Vision 2047: MP में 5 महानगरों का यातायात सुधारने बनेंगे रिंगरोड, एलिवेटेड कॉरिडोर

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Vision 2047: MP में 5 महानगरों का यातायात सुधारने बनेंगे रिंगरोड, एलिवेटेड कॉरिडोर

भोपाल: विजन 2047 को ध्यान में रखते हुए लोनिवि ने बनाया एक्शन प्लान भोपाल, इंदौर,जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन में बढ़ते यातायात को नियंत्रित कर सुगम बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग इन पांचो महानगरों में रिंग रोड और एलिवेटेड कॉरिडोर बनाएगा। इनके लिए राशि आवंटित कर काम शुरु कर दिया गया है।

लोक निर्माण विभाग पूरे प्रदेश में 22 हजार 500 करोड़ रुपए से दस हजार किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण करा रहा है। वहीं विजन 2047 को ध्यान में रखते हुए एक्शन प्लान भी बनाया गया है। इसमें सभी मुख्य जिला मार्गो को दो लेन पेव्हड शोल्डर मार्ग में तब्दील किया जाएगा। सभी शहरों में यातायाता को सुगम बनाने दो सौ से अधिक एलिवेटेड कॉरिडोर और फ्लाई ओवर बनाए जाएंगे। एक लाख से अधिक आबादी वाले सभी जिला मुख्यालय, कस्बों में रिंग रोड और बाईपास रोड बनाए जाएंगे।

लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह का पूरा फोकस पूरे प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाने और गुणवत्तापूर्ण निर्माण पर है। लोक निर्माण विभाग और एनएचएआई सड़कों का नेटवर्क मजबूत करने नये वित्तीय वर्ष 2025-26 में 11 हजार 159 करोड़ तीस लाख रुपए खर्च कर 4 हजार 807 किलोमीटर लंबी सड़कों सहित 954 पुल-पुलिया और अन्य निर्माण कार्य कराएगा। पूरे प्रदेश में लोक निर्माण विभाग दस हजार 500 करोड़ रुपए की लागत से आठ फ्लाईओवर, 116 आरओबी और 351 पुलों का निर्माण कर रहा है। महानगरों में यातायात व्यवस्थित करने जो एलिवेटेड कॉरिडोर बनाए जा रहे है उनमें ग्वालियर में 13 सौ करोड़ रुपए खर्च कर 13.33 लंबाई का एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जा रहा है। जबलपुर जिले में 6.85 लंबाई का एलिवेटेड कॉरीडोर 1052 करोड़ 49 लाख रुपए खर्च कर बनाया जा रहा है।

भोपाल जिले में बैरागढ़ में 2.6 km लंबाई का एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने 306 करोड़ 40 लाख रुपए खर्च किए जा रहे है। इंदौर जिले में 350 करोड़ रुपए की लागत से 7.4 लंबाई का एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जा रहा है। उज्जैन में रिंग रोड का निर्माण कराया जा रहा है। अलग अलग जगह एयर स्ट्रिप का उन्नयन और निर्माण कराया जा रहा है।

विजन 2047 को लक्ष्य बनाकर लोनिवि ने बनाया एक्शन प्लान

विजन 2047 को लक्ष्य बनाकर लोनिवि ने पूरे प्रदेश का एक्शन प्लान प्लान तैयार किया है। इसके तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में 28 सौ किलोमीटर सड़कों के लक्ष्य के विरुद्ध 2882 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण 5 हजार 906 करोड़ रुपए खर्च कर किया गया है। सीआरआईएफ में 450 किलोमीटर लंबी सड़कों के विरुद्ध 486 किलोमीटर लंबी सड़कें 1294 करोड़ खर्च कर बनाई गई है। सड़कों की मजबूतीकरण के लिए 650 किलोमीटर के विरुद्ध 657किलोमीटर पर काम किया गया है। विशेष मजबूतीकरण में 900 किलोमीटर के लक्ष्य के विरुद्ध 1028 किलोमीटर मार्ग पर काम किया गया है और डिपोजिट वर्क में तीन सौ किलोमीटर के विरुद्ध 325 किलोमीटर क्षेत्र में 715 करोड़ रुपए खर्च कर काम किया गया है। इस तरह 5100 किलोमीटर के लक्ष्य के विरुद्ध विभाग ने 5378 किलोमीटर लंबा मार्ग बनाया है। इस पर 7 हजार 915 करोड़ रुपए खर्च किए गए है।

इस वित्तीय वर्ष में होंगे ये काम- वित्तीय वर्ष 2025-26 में पूरे प्रदेश में 5 हजार 250 किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण पर 8 हजार 950 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसमें 33 सौ किलोमीटर लंबी सड़कों केनिर्माण पर 65 सौ करोड़ रुपए खर्च होंगे। सीआरआईएफ में तीन सौ किलोमीटर का काम 1150 करोड़ रुपए से होगा। 900 किलोमीटर सड़कों का मजबूतीकरण, 450 किलोमीटर लंबी सड़कों का विशेष मजबूतीकरण एक हजार करोड़ से होगा और तीन सौ किलोमीटर का डिपोजिट वर्क तीन सौ करोड़ रुपए खर्च कर किया जाएगा। लोनिवि में वर्ष 2029 तक प्रदेश में 39 हजार 750 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण कराने का लक्ष्य है वहीं लोनिवि, राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र के अंतर्गत 72 सौ किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण का लक्ष्य है।