Manawar : उमरबन विकासखंड की मंडावदा ग्राम पंचायत में मतदान केंद्र बनाए जाने से मतदाताओं ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से अपने फलिए में मतदान केन्द्र बनाने की मांग की थी। मांग पूरी न होने पर उन्होंने मतदान न करने की चेतावनी भी दी। मतदाताओं का कहना है कि मंडावदा तक का डेढ़ किलोमीटर मार्ग कच्चा होकर उबड़-खाबड़ है, जिससे मतदान केन्द्र तक जाने में परेशानी होगी। बाद में अधिकारियों की समझाईश पर मतदाता मतदान करने के लिए मान गए।
इस संबध में उमरबन के CEO देवेन्द्र भराड़िया और चौकी प्रभारी अभिषेक जाधव ने ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना। CEO ने ग्रामीणों से कहा कि मतदान केन्द्र एक बार जहां बन जाता है, उसे बदल नहीं सकते। रोड़ की हालत खस्ता है, तो उसे मुरम डालकर और गड्ढे़ भरवाकर ठीक कर दिया जाएगा। इस समय आचार संहिता के कारण पक्का रोड़ नहीं बन सकता।
इस सड़क के निर्माण के प्रस्ताव जिला पंचायत को पूर्व में ही भेज दिए गए थे। चौकी प्रभारी अभिषेक जाधव ने ग्रामीणों को शत-प्रतिशत मतदान करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा की आपके द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों से ही गांव का विकास होगा। इसलिए मतदान अवश्य करें। उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत मंडावदा के फलिए खेरियाखोदरी व चांदियावड़ के ग्रामीणों ने खेरियाखोदरी में मतदान केन्द्र बनाने की मांग की थी। जबकि,मतदान केन्द्र मंडावदा में बनाया गया है। दोनों फलियों को मिलाकर यहां लगभग 600 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेेंगे।