धरती पर मानव जीवन को सार्थकता से जीने की शिक्षा हमें रामचरितमानस से मिलती है – संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर

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*उज्जैन से अजेंद्र त्रिवेदी की रिपोर्ट*

श्रीरामचरितमानस अयोध्या कांड की ऑनलाइन प्रतियोगिता की विक्रम कीर्ति मन्दिर में आज आयोजित सम्भागीय कार्यशाला में संबोधित करते हुए प्रदेश की संस्कृति , पर्यटन व अध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि रामचरितमानस की इस कार्यशाला से आने वाली पीढ़ी रामचरितमानस के मर्म को समझेंगी । मानस की नैतिकता , सामाजिक समरसता , पारिवारिक दायित्व एवं राष्ट्रप्रेम के लिए शिक्षा लेगी । धरती पर मानव जीवन को सार्थकता देते हुए कैसे व्यक्ति अपने जीवन यापन कर सकता है इसकी शिक्षा हमें रामचरितमानस से ही मिलती है। संस्कृति मंत्री ने कहा कि राम को सुनने से समाज बदलेगा.

मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि हमारे यहां आई हुई बहन सीता वनवासी अंचल में जाकर राम कथा एवं हिंदू धर्म के संस्कारों की कथा सुनाती हैं ।उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म दुनिया की श्रेष्ठ जीवन पद्धति है । हमको प्रभु ने यह सामर्थ्य दिया है कि कैसे वंचितों के बीच सेवा की जाए और उनको सशक्त किया जाए। इस दिशा में बहन सीता अद्वितीय कार्य कर रही है । पर्यटन संस्कृति मंत्री ने कहा कि प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्य योजना बनाकर कार्रवाई की जा रही है ।उन्होंने संस्कृति विभाग को मानस पर ऑनलाइन प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए साधुवाद दिया ।

कार्यक्रम में तुलसी मानस प्रतिष्ठान के कार्याध्यक्ष श्री रघुनंदन शर्मा ने व बहन सीता ने भी संबोधित किया.

इसके पूर्व संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर , तुलसी मानस प्रतिष्ठान के कार्याध्यक्ष श्री रघुनंदन शर्मा , बहन सीता ,विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडे एवं संस्कृति विभाग के अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया । कार्यक्रम में बड़ी संख्या में। विद्वतजन मौजूद थे।

*प्रतियोगिता के लिए पंजीयन*

रामचरित मानस अयोध्या काण्ड आधारित ऑनलाइन सामन्य ज्ञान प्रतियोगिता परीक्षा में पंजीयन निम्न वेबसाइट पर किया जा सकता है ।

https://anandkdham.com

http://anandkedhamjaishreeram.com/

http://sanskritikeram.com/