हमने अब आकाश लिखा है…’ज्ञान’ पर विश्वास लिखा है…

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हमने अब आकाश लिखा है…’ज्ञान’ पर विश्वास लिखा है…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

मोहन सरकार के दूसरे बजट में जैसे ही वित्त मंत्री ने बजट भाषण खत्म किया तो उनका शायराना अंदाज दिखा। उन्होंने कहा ‘आंकड़े नहीं विश्वास लिखा है हमने अब आकाश लिखा है..।’

इस आकाश में वित्त मंत्री ने पूरा ‘ज्ञान’ समेटा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस मंत्र के तहत गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी का बजट में पूरा ख्याल रखा गया है। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि हमारी सरकार का लक्ष्य विकसित मध्यप्रदेश है। मुझे गर्व है इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए हमारी सरकार गरीब कल्याण मिशन, युवा कल्याण मिशन, किसान कल्याण मिशन, नारी कल्याण मिशन, के रूप में काम कर रही है।


Madhya Pradesh Budget 2025-26 : MP का बजट गरीब कल्याण, युवा शक्ति, समृद्ध किसान समृद्ध प्रदेश और सशक्त नारी पर केंद्रित!


वित्त मंत्री ने कहा कि प्रदेश में विकास हो जनता का जीवन खुशहाल हो शिक्षा और स्वास्थ्य अंतरराष्ट्रीय स्तर की हो। सरकार औद्योगिक विकास पर ध्यान दे रही है। सरकार समाज के समस्त वर्गों के विकास के लिए काम कर रही है। 2025-26 का बजट जीरो बेस्ट बजट प्रक्रिया से तैयार किया है। इस प्रक्रिया के माध्यम से बजट की राशि के सही परिणाम मिलेंगे और अधिक सार्थक बनाने में हम सफल रहेंगे। प्रस्तावित बजट में हमारी कुछ नई ख्वाहिश है जनता और जनप्रतिनिधियों की बेशुमार फरमाइश है, कर सके हम सभी पूरी, यह हमारी कोशिश है।

देवड़ा ने कहा कि आर्थिक सूझबूझ का नेतृत्व प्राप्त है। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता एवं संकल्पों के परिणाम स्वरुप भारत की अर्थव्यवस्था में निरंतर वृद्धि हो रही है। नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। प्रदेश के ऊर्जावान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी के कुशल नेतृत्व में हमारी सरकार ने भी प्रदेश के लिए विकसित प्रदेश 2047 का विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है। हमारा लक्ष्य है राज्य के सकल घरेलू उत्पाद को बढ़ाकर 250 लाख करोड़ तक पहुंचाना।

और वित्त मंत्री देवड़ा ने बजट भाषण में यह भी कहा –

“न त्वहं कामये राज्यम्, न स्वर्गं न पुनर्भवम्।

कामये दु:ख तप्तानां, प्राणिनामार्त्तनाशनम्।।”

अर्थात, “मैं राज्य की कामना नहीं करता मुझे स्वर्ग और मोक्ष नहीं चाहिए दु:ख से पीड़ित प्राणियों के दु:ख दूर करने में सहायक हो सकूं यही मेरी कामना है।”

हालांकि बजट की विपक्ष ने चुन-चुनकर आलोचना की है। फिर भी बजट में गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी के लिए सरकार ने सब कुछ करने की भरपूर कोशिश की है। वित्त मंत्री ने योजनाओं और बजट प्रावधानों के साथ जो विचार प्रकट किए हैं, जो भाव व्यक्त किए हैं…वह उन पर खरे साबित हों। ज्ञान पर विश्वास का प्रकटीकरण श्रेष्ठ है और आकाश लिखने का प्रयास भी सही है। पर सत्ता पक्ष की सोच अगर दु:ख से पीड़ित प्राणियों के दु:ख दूर करने की है, तो वह अपने इस लक्ष्य में सफल हो…जन-जन की यही कामना है…।