Weather Alert: पश्चिमी विक्षोभ का बड़ा हमला, उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक गिरफ्त में
दिनेश सोलंकी की खास रिपोर्ट
पृथ्वी पर मौसम का अजीब चक्र चल रहा है शायद ऐसा पहली बार हो रहा है जब भारत में मई माह में पश्चिमी विक्षोभ के कारण पूरे देश में हलचल मची हुई है। स्थिति कुछ इस प्रकार है कि सावन के बाद भादौ महीने में जिस तरह बादल इकट्ठा होकर अचानक बरस जाते हैं, वही स्थिति अभी भी चल रही है। हालात यह है कि अब रोजाना दोपहर बाद मौसम करवट लेकर कहीं भी बरसने को तैयार रहता है। इसे देश में संकट की घड़ी भी बोल सकते हैं जो आने वाले समय की खतरे की घंटी बजा रहा है।
*कैसे बन रही है यह स्थिति -*
भारत के दक्षिण पूर्वी हिस्से में साउथ अफ्रीका से उठे बादल भारत की ओर चले आ रहे हैं जैसे एक माह पूर्व भी हुआ था।इससे अरब देशों के साथ ही भारत में इनका प्रवेश राजस्थान और उत्तर भारत के माध्यम से हो रहा है। जबकि पश्चिम दिशा से भी बादल आ रहे हैं जो उत्तर भारत को प्रभावित कर रहे हैं। दक्षिणी हिस्से से राजस्थान से घुसने वाले बादल मध्य प्रदेश से होकर दक्षिण पूर्वी राज्यों में प्रवेश कर रहे हैं। यह अजीब सिलसिला है, क्योंकि इस मौसम में दक्षिण पूर्व से बादलों की आवक शुरू हो जाती है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। हवाएं बिल्कुल विपरीत दिशा में चल रही है। शायद यही कारण है कि इस बार जून में मानसून प्रभावित हो सकता है।
*सप्ताह की स्थिति -*
आज और कल मध्य प्रदेश के अनेक हिस्सों में बारिश की संभावना है। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर आदि में आज और कल बादलों की जमावट होगी। बादलों का यह रुख अगले 10 दिनों तक बने रहने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ के असर से दक्षिण पूर्वी राज्यों में भी बादल फैल रहे हैं। यह बादल तमिलनाडु केरल तक पहुंच रहे हैं।