मौसम में उतार-चढ़ाव…स्वास्थ्य पर पड़ रहा भारी, वायरल बुखार से लेकर खांसी और गले दर्द के मरीजों की संख्या बढ़ी

भोपाल में जेपी, हमीदिया और एम्स में लगी कतारें, चार से पांच दिन में भी ठीक नहीं हो रही खांसी और गले का दर्द

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मौसम में उतार-चढ़ाव…स्वास्थ्य पर पड़ रहा भारी, वायरल बुखार से लेकर खांसी और गले दर्द के मरीजों की संख्या बढ़ी

भोपाल। बदलता मौसम लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा है। वायरल बुखार से लेकर खांसी और गले का दर्द लोगों को परेशान कर रहा है। पिछले कई दिनों से शहर के बड़े अस्पताल हमीदिया एम्स और जेपी के चिकित्सकों की माने तो यहां मौसमी बीमारियों के 20 फीसदी मरीजों की बढ़ोतरी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है तापमान में परिवर्तन होने से सर्दी जुकाम और गले में दर्द के मरीज बढ़ जाते हैं। इस बार जो गले में दर्द और खांसी के मरीज पहुंच रहे हैं, उन्हें चार से पांच दिन भी राहत नहीं मिल पा रही है।

*0 अचानक बढ़ी मरीज की संख्या*

जेपी अस्पताल के डॉ. योगेश श्रीवास्तव ने बताया कि अचानक तापमान में बदलाव के कारण वायरल बुखार और सर्दी-खांसी जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ी है। अस्पताल की ओपीडी में अचानक से 20 फीसदी के करीब मरीज बढ़े हैं। मरीजों की सुविधा के देखो देखते हुए अस्पताल में दो काउंटर बढ़ाए गए हैं। सभी स्टॉफ को निर्देश दिया गया है कि मरीज को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। अस्पताल में सभी जरूरी दवाइयां उपलब्ध है।

*0 बच्चे भी हो रहे बीमार*

हमीदिया के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश टिक्कस ने बताया कि कि बच्चों को बुखार के साथ गले में दर्द, संक्रमण हो रहा है। जिन लोगों को बुखार आ रहा है, वो सात से दस दिन में ठीक हो रहे हैं। सांस लेने में परेशानी भी हो रही है। बुखार में बच्चों में कमजोरी हो रही है।

0 बोले डॉक्टर

– वायरल, बुखार और खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ी है। संक्रामक सीजन चल रहा है। इसके साथ ही तापमान में भी उतार-चढ़ाव चल रहा है। नतीजतन ओपीडी में मरीजों की संख्या लगभग डेढ़ गुना अधिक चल रही है।

डॉ. यशवीर, ईएनटी विभाग, हमीदिया अस्पताल

0 गले में खराश और अन्य बीमारियों का कारण

तापमान में उतार-चढ़ाव: सुबह-शाम ठंड और दिन में गर्मी के कारण शरीर पर असर पड़ रहा है।

वायरल संक्रमण: बदलते मौसम में वायरल, खांसी और बुखार के संक्रमण तेजी से फैल रहे हैं।

हवा में नमी: पतझड़ और सर्दियों में हवा सूखी हो जाती है, जिससे गले में जलन और खराश हो सकती है।

0 भोपाल के सरकारी अस्पतालों की ओपीडी़

अस्पताल ओपीडी

एम्स 2850

हमीदिया 2245

जेपी 1597