Bhopal: अगले 4-5 दिनों के दौरान मध्य प्रदेश में अधिकांश से अनेक स्थानों पर वर्षा एवं बिजली और वज्रध्वनि के साथ वाली आंधी की गतिविधियों के साथ कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है।
अगले 5 दिनों के दौरान प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना नहीं है।
18 जुलाई, 2022 तक मध्यप्रदेश में अधिकांश स्थानों पर वर्षा के साथ कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा कई गतिविधियां जारी रहने की संभावना है।
जानिए वर्तमान एवं आगामी मौसम परिस्थितियां के कारण
निम्न दबाव का क्षेत्र ओडिशा तट से दूर बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी के ऊपर स्थित है और संबंधित चक्रवाती परिसंचरण ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकाव के साथ ऊपरी क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है।
दक्षिण ओडिशा-उत्तर आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों और आसपास के इलाक़ों पर स्थित निम्न दबाव का क्षेत्र अब औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुके संबंधित चक्रवात के साथ सुदूर ओडिशा तट पर बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी के ऊपर स्थित है। इस मौसम प्रणाली के अगले 48 घंटों के दौरान और अधिक चिह्नित होने की संभावना है।
मॉनसून ट्रफ सक्रिय है और अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में है।
औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक मानसून ट्रफ अब जैसलमेर, कोटा, गुना, दमोह, पेंड्रा रोड, बलांगीर, ओडिशा तट से दूर उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव क्षेत्र का केंद्र, और वहां से दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक चलायमान है।
एक पूर्व-पश्चिम अपरूपण क्षेत्र(शियर जोन) निचले और मध्य क्षोभमंडल स्तरों में लगभग 20°उत्तरी अक्षांश के साथ ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकी हुई मध्यप्रदेश के दक्षिण की ओर प्रायद्वीपीय भारत में विद्यमान है।
पूर्व-पश्चिम अपरूपण क्षेत्र लगभग 20°उत्तरी अक्षांश के साथ औसत समुद्र तल से 3.1 किमी और 5.8 किमी ऊपर ऊंचाई के साथ दक्षिण झुका हुआ मध्यप्रदेश के पास दक्षिण की ओर उत्तरी प्रायद्वीपीय भारत में विद्यमान है।
औसत समुद्र तल पर एक अपतटीय ट्रफ गुजरात तट से कर्नाटक तट तक जा रही है।
गुजरात तट से उत्तरी केरल तट तक औसत समुद्र तल पर अपतटीय ट्रफ अब गुजरात तट से कर्नाटक तट तक चलायमान है।