Weather Update: हिन्द महासागर में चक्राकार हवाओं का असर, बनते बिगड़ते अब 3 चक्रवात, नार्थ अटलांटिक महासागर से उठा विक्षोभ, उत्तर भारत में देगा ठंड और बर्फबारी की दस्तक
दिनेश सोलंकी की खास रिपोर्ट
हिंद महासागर में चक्राकार हवाओं से उथल-पुथल मची हुई है। यहां पर पूर्व दिशा से आ रहे बादलों से हवाएं चक्राकार हो रही हैं और बनते-बिगड़ते चक्रवात उभर रहे हैं। हिंद महासागर में इस समय 3 चक्रवात उभरते नजर आ रहे हैं जिनका “ज़ूम अर्थ के सेटेलाइट” से पता चलता है। यह भी पता चलता है कि नॉर्थ अटलांटिक महासागर से पश्चिम विक्षोभ (बादलों का रैला) का सिलसिला शुरू हो रहा है जो तुर्की के रास्ते भारत पहुंचेगा। वहीं साउथ अफ्रीका से दूसरी खेप भी निकल रही है जो अल्जीरिया, इजिप्ट होते हुए भारत की ओर अग्रसर है। आगामी 3 दिन में इसका असर उत्तर भारत में शुरू होगा।
उत्तर भारत के राज्यों में 7 दिसंबर से मौसम पलटा मारेगा। पश्चिमी विक्षोभ के असर से बर्फबारी शुरू होगी। कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश बर्फबारी से सराबोर होंगे। हल्का असर उत्तराखंड में होगा। पंजाब, हरियाणा में ठंड के कहर के साथ बादल छाएंगे। देहली में न्यूनतम पारा 9 डिग्री तक आ जाएगा।
मध्य प्रदेश में उत्तर और पूर्व इलाकों को छोड़कर प्रदेश के शेष हिस्से में अभी और दो दिन तापमान में उछाल बना रहेगा। अधिकतम पारा 29 तो न्यूनतम 14 – 15 रहेगा। पश्चिमी हवाओं के असर से 7 दिसंबर से गिरने लगेगा तापमान, 7 से 12 दिसंबर के बीच ठंड का दूसरा स्ट्रोक आएगा जिससे 3 से 5 डिग्री तापमान कम हो जाएगा। तेज असर ग्वालियर सहित उत्तरी इलाकों में होगा जहां 7 से 19 दिसंबर तक न्यूनतम पारा 8 से 6 डिग्री तक उतर जाएगा।
इधर दक्षिण भारत में पूर्वी हवाओं से बादलों का आगमन बना रहेगा। कर्नाटक केरल, आंध्र प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश होगी। दक्षिण- पश्चिमी समुद्र में है बादलों का जत्था चार दिन पूर्व आए तूफान के अंतिम अवशेष बनकर अरब सागर की ओर जा रहा है, लेकिन पश्चिमी हवाओं के जोर से इसके अंश गुजरात से मध्यप्रदेश की ओर भी बह रहे हैं जिससे दो दिन और तापमान में उछाल बना रहेगा।