

Weather Update: Ill Effects of Global Warming : मई के महीने में बरसात का मौसम क्यों?
बंगाल की खाड़ी से पूर्वी हवाओं के साथ बादलों का दबाव बढ़ा, चक्रवाती बादलों का प्रभाव अब महाराष्ट्र के पश्चिम भाग में
भारत के लोग आश्चर्य में होंगे कि मई के महीने में बरसात का मौसम क्यों हो रहा है। दरअसल ये हालात ग्लोबल वार्मिंग के दुष्परिणाम के चलते हो रहे हैं, इसलिए हवाओं का गुमराह होना स्वाभाविक है और यही वजह है कि उनके साथ बादल भी बहते हुए गुमराह हो रहे हैं। तेज आंधी और तूफान का असर भी इसी कारण हो रहा है। पिछली 24 घंटे में पश्चिमी विक्षोभ का एक हिस्सा राजस्थान और कश्मीर के रास्ते अचानक उत्तर – पूर्व की ओर मुड़ा था, जिसके कारण राजस्थान के कई इलाकों में आंधी तूफान की स्थिति निर्मित हुई। लेकिन आज पश्चिम विक्षोभ के बादल हिमाचल प्रदेश, लद्दाख और उत्तराखंड और यूपी के रास्ते उत्तर – पूर्व की ओर चल पड़े हैं। राजस्थान के पश्चिमी भाग में आज तेज गर्मी पड़ेगी।
इधर आज दोपहर बाद कश्मीर और लद्दाख में फिर बारिश, बर्फबारी का मौसम बनेगा। हिमाचल, उत्तराखंड में बारिश होगी, असर यूपी तक रहेगा।
दूसरी ओर हवाओं का दबाव बंगाल की खाड़ी से शुरू हुआ है जिसके चलते महाराष्ट्र में घूम रहे चक्रवाती बादलों का झुंड पश्चिमी भाग में लौट रहा है, इससे मुंबई, पुणे, नाशिक, अहमदनगर, शिर्डी आदि स्थानों पर तेज हवाओं के साथ वर्षा हो सकती है।
मध्य प्रदेश में अभी भी बादल है लेकिन आज बारिश कुछ ही इलाकों में संभव हो पाएगी। मौसम यहां पर कमजोर रहेगा क्योंकि बादलों का प्रभाव पूर्व से पश्चिम की ओर होने से बदल मध्य प्रदेश में आज कम संख्या में पहुंच पाएंगे।