गणना में सामने आये वन विहार के व्हाइट रम वल्चर यानी, सफेद पीठ वाले गिद्ध, बनेगी संरक्षण की योजना

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गणना में सामने आये वन विहार के व्हाइट रम वल्चर यानी, सफेद पीठ वाले गिद्ध, बनेगी संरक्षण की योजना

भोपाल। देश में टाइगर, चीता और तेंदुआ स्टेट के बाद अब प्रदेश में गिद्धों की संख्या दूसरी बार सबसे ज्यादा सामने आयी है। इनका कुनबा मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ रहा है। इसके चलते गिद्धों की संख्या प्रदेश में सबसे ज्यादा है। वन विभाग के अनुसार, गिद्धों की संख्या एमपी में 12 हजार पार हो गई है। खास बात यह है इस दौरान वन विहार में विलुप्त हो रहे व्हाइट रम वल्चर यानी सफेद पीठ वाले गिद्ध सामने आए हैं। अब इनके सरंक्षण के लिये भी अलग से योजना बनायी जा रही है।

शिकारियों पर भी विशेष नजर

भोपाल वन विभाग की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ये प्रदेश में 1200 से अधिक गिद्ध हैं जो पिछली गणना में संख्या 9,446 थी। गौर तलब है कि पिछले महीने वन विभाग के 16 सर्कल , 64 डिवीजन और 9 संरक्षित क्षेत्रों में गिद्धों की गिनती की गई थी। जिसके आंकड़े अब सामने आए हैं। इसके मुताबिक, प्रदेश में अभी 12 हजार 981 गिद्ध हैं। गिद्धों की गणना में घोंसलों के आसपास बैठे गिद्धों एवं उनके नवजातों की गिनती के दौरान कई बातों का ध्यान रखा गया। समरधा रेंज के रेजर शिवपाल पिपरदे का कहना है कि गिद्धों के संरक्षण के लिये विशेष प्रयास किये जा रहे हैं और खास तौर पर इनको शिकारियों से बचाया जा रहा है।

कैसे बढ़ती गई गिद्धों की संख्या

प्रदेश में गिद्धों की गणना की शुरूआत वर्ष 2016 से की गई थी। प्रदेश में गिद्धों की कुल 7 प्रजातियां पाई जाती है। इसमें से 4 प्रजातियां स्थानीय एवं 3 प्रजाति प्रवासी हैं। गिद्धों की गणना करने के लिए शीत ऋतु का अंतिम समय सही रहता है। इस दौरान स्थानीय एवं प्रवासी गिद्धों की गणना आसानी से हो जाती है। वर्ष 2019 की गणना में गिद्धों की संख्या 8 हजार 397, वर्ष 2021 में 9 हजार 446 और वर्ष 2024 में बढ़कर 10 हजार 845 हो गई थी।