Why Did Modi Take Scindia : मोदी के साथ सिंधिया का जाना राजनीति में चर्चा बना!
Bhopal : प्रदेश की राजनीति में आजकल ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्र बने हुए हैं। किसी को समझ नहीं आ रहा कि वे कमजोर हुए हैं या ताकतवर! लेकिन, ये तय है कि भाजपा उनके चेहरे पर विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने जा रही! इसके बावजूद 27 जून को भोपाल आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाते समय जिस तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने साथ बैठाकर दिल्ली ले गए, वो चर्चा का विषय बन गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया 27 जून को इंदौर से भोपाल आए थे। यहां मोदी और सिंधिया में मुलाकात के बाद कुछ ऐसे हालात बने मोदी उन्हें वायुसेना के विमान से अपने साथ ले गए। भाजपा के हलकों में इसे लेकर जमकर खुसुर-पुसुर है। वो भी ऐसे समय जब समझा जा रहा है कि सिंधिया और उनके मंत्रियों की वजह से पार्टी को चुनाव में नुकसान होगा।
यह पहला मौका नहीं है, जब नरेंद्र मोदी अपने साथ सिंधिया को लेकर दिल्ली गए हों। मोदी जब महाकाल लोक का लोकार्पण करने उज्जैन आए थे, तब भी वे वापसी में ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने साथ ले गए थे।
सिंधिया की स्थिति मध्यप्रदेश में चाहे जो हो, पर नरेंद्र मोदी सिंधिया उन पर कुछ ज्यादा ही भरोसा जता रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि मोदी ने उनसे विमान में प्रदेश की राजनीति पर फीडबैक लिया होगा। सिंधिया का नरेंद्र मोदी के करीब आना भी मध्यप्रदेश में उनके बढ़ते कद की निशानी है। प्रदेश में सरकार बनाने में सिंधिया ने बड़ा योगदान दिया है। इसके बाद से सिंधिया नरेंद्र मोदी की विश्वसनीय टीम में शामिल हो चुके हैं।
भोपाल में जब मोदी वंदे भारत ट्रेन को झंडी दिखाने रानी कमलापति स्टेशन पहुंचे, तो वहां मौजूद नेताओं ने उनका स्वागत पुष्पगुच्छ से किया था। लेकिन, जब वे ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने आए तो उन्होंने मोदी को अंग वस्त्र पहनाया। इसे भी अलग घटना माना जा रहा है। यह अनुमान भी लगाया जा रहा है कि चुनाव प्रचार में सिंधिया को कोई महत्वपूर्ण भूमिका सौंपी जा सकती है।