सांसद आलोक शर्मा को गुस्सा क्यों आता है…

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सांसद आलोक शर्मा को गुस्सा क्यों आता है…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

भोपाल सांसद आलोक शर्मा इन दिनों एक के बाद एक लगातार अपने बयानों से चर्चा में बने हुए हैं। जब भी कुछ गलत देखते हैं तब आलोक शर्मा का पारा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है। चाहे लव जिहाद हो या सड़कों पर ट्रैफिक जाम या फिर मुस्लिम क्षेत्रों में देर रात तक खुले रहने वाले बाजार… सांसद आलोक शर्मा जब यह सब देखते हैं तो आगबबूला हो जाते हैं। और इसके बाद चाहे पुलिस हो या जिला प्रशासन वह इनके सामने गलत के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर देते हैं। जैसे इन दिनों ई-रिक्शा पूरे शहर में ट्रैफिक बदहाली के पर्याय बन गए हैं। आलोक शर्मा ने भोपाल कलेक्टर, पुलिस आयुक्त सहित अफसरों की बैठक लेकर ई-रिक्शा को व्यवस्थित करने के लिए नई पॉलिसी बनाकर समस्या का समाधान करने की बात कही है। तो कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद को उन्हीं की भाषा में करारा जवाब देते हुए सांसद आलोक शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस गुंडे बदमाशों की फौज है। कांग्रेस के पास जोकरों की भरमार है और यह जोकरपने से राजनीति नहीं चलती है।

 

जून के पहले सप्ताह में भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने लव जिहाद पर सवाल उठाए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि लव जिहाद की आड़ में बहनों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने जिमों की सूची बनाकर पुलिस को सौंपने की बात कही थी। यह बयान इंदौर में मुस्लिम युवक द्वारा हिंदू युवतियों से दुष्कर्म के मामलों के बाद आया था। सांसद ने सख्त कानून कार्रवाई की चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि भोपाल के जिमों में मुस्लिम ट्रेनरों की मौजूदगी पर सवाल उठते रहे हैं और वे ऐसी जिमों की सूची तैयार करवा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि कई मुस्लिम ट्रेनर ‘लव जिहाद’ को बढ़ावा दे रहे हैं, जिसे अब राज्य सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी।

तो इससे पहले मई के अंतिम सप्ताह में सांसद आलोक शर्मा ने कहा था कि भोपाल का काजी कैंप पाकिस्तान नहीं है। रात 10 बजे सभी बाजार बंद होंगे। चाहे न्यू मार्केट हो या काजी कैंप। भाजपा सांसद आलोक शर्मा ने कहा था कि भोपाल एक शहर है, यहां दो कानून नहीं चल सकते। राजधानी भोपाल में सामने आए लव जिहाद के मामले के बाद भाजपा नेता और सांसद आलोक शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। शर्मा ने कहा था कि शहर में अब रात 10 बजे के बाद कोई भी बाजार खुला नहीं रहेगा। शर्मा ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर सभी बाजारों को एक समान समय पर बंद कराने की मांग की थी। उनका कहना था कि यदि न्यू मार्केट, बरखेड़ा और संत हिरदाराम नगर जैसे क्षेत्रों में दुकानें 10 बजे बंद हो सकती हैं, तो काजी कैंप और शाहजहानाबाद जैसे इलाकों में बाजार रातभर क्यों खुले रहते हैं? शर्मा ने कहा था कि काजी कैंप पाकिस्तान का हिस्सा नहीं है, वो भी भोपाल का ही हिस्सा है। एक शहर में दो कानून नहीं चल सकते। उन्होंने यह भी कहा था कि वे खुद अधिकारियों के साथ रात में शहर का निरीक्षण करेंगे और नियमों का पालन न करने वालों पर कार्रवाई सुनिश्चित करवाई जाएगी। सांसद शर्मा ने कहा था कि लव जिहाद का आरोपी फरहान हिंदू युवतियों को गुमराह करने के लिए सिर पर रोली का टीका, केसरिया गमछा और हाथ में कलावा पहनता था। शर्मा ने कहा कि इस घटना में गंभीर और आपत्तिजनक तथ्य सामने आए हैं, जो सोचने पर मजबूर करते हैं। सांसद शर्मा के अनुसार, आरोपी फरहान हिंदू युवतियों को भरोसे में लेने के लिए गरबा और नवरात्र के पंडालों में ले जाता था, ताकि बहनों को लगे कि उसने भी धर्म परिवर्तन कर लिया है। पीड़ित युवतियों ने बयान में बताया है कि आरोपी की हरकतें योजनाबद्ध थीं और उसका मकसद विश्वास जीतकर धोखा देना था। सांसद शर्मा ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और इसमें संलिप्त आरोपियों को कठोर दंड मिलना चाहिए। आने वाला समय नवरात्र का है, इसलिए ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। भाजपा सांसद शर्मा ने कहा था कि स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाया जाए, ताकि युवतियों को सतर्क किया जा सके। उन्होंने आरोप लगाया था कि विशेष वर्ग के लोग सुनियोजित षड्यंत्र के तहत हिंदू युवतियों को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी थी कि “मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार है और यहां लव जिहाद किसी कीमत पर नहीं चलने दिया जाएगा।”

तो निश्चित है कि जब बात लव जिहाद की सामने आती है तब सांसद आलोक शर्मा को गुस्सा आता है। तो यह बात भी निश्चित है कि जब एक ही शहर में बाजार बंद होने का अलग-अलग समय होगा, तो कभी ना कभी अराजकता की स्थिति बनना तय है। और यह स्थितियां देखकर आलोक को गुस्सा आ ही जाता है। और जब राजधानी की सड़कों पर ई-रिक्शा ट्रैफिक में बाधा डालने लगे तो यह देखकर आलोक शर्मा को गुस्सा आ ही जाता है कि पुलिस और प्रशासन हाथ पैर हाथ रखे क्यों बैठे हैं। अगर समस्या है तो ट्रैफिक को व्यवस्थित करने के लिए नीति बनाएं। तो यही कहा जा सकता है जब भी कुछ सामने गलत दिखाता है तो सांसद आलोक शर्मा को गुस्सा आ ही जाता है और वह गलती को सुधारने के लिए पुलिस और प्रशासन से अनुरोध भी करते हैं और आक्रोशित भी हो जाते हैं।

गौरतलब है कि आलोक शर्मा भोपाल में पले-बढ़े हैं। उन्होंने युवावस्था से ही राजनीति में संघर्ष किया है और कांग्रेस के खिलाफ जनता में आवाज बुलंद की है। तो भाजपा की जमीन तैयार करने में कठिन परिश्रम किया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, संघ और जनसंघ सहित भारतीय जनता पार्टी के में रहकर उन्होंने राजनीति का यह मुकाम हासिल किया है। युवा मोर्चा और भाजपा में संगठनात्मक स्तर पर भी उन्होंने जिले से लेकर राज्य तक विभिन्न पदों को सुशोभित किया है। वह भाजपा के जिला अध्यक्ष भी रहे हैं तो भोपाल के महापौर के रूप में भी बेहतरीन पारी खेली है और अब भोपाल सांसद के रूप में लोकसभा में अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। ऐसे में लव जिहाद हो, हिंदू मुस्लिम इलाकों में बाजार खुलने का अलग-अलग समय हो या ट्रैफिक की बदहाल व्यवस्था हो…कुछ भी गलत देखें तो सांसद आलोक शर्मा को गुस्सा आ ही जाता है…।