Why Senior IAS Officer Moved Out Of PMO: प्रतिभाशाली IAS महिला अधिकारी को क्यों छोड़ना पड़ा था PMO!
नई दिल्ली: भारतीय प्रशासनिक सेवा की 1994 की तमिलनाडु कैडर की अधिकारी पी अमुधा ने केवल 14 महीने के कार्यकाल के बाद ही अचानक अक्टूबर 2021 में PMO क्यों छोड़ दिया था। यह मामला उस समय प्रशासनिक क्षेत्रों में किसी को समझ नही आ रहा था क्योंकि अमुधा के बारे में कहा गया है कि वह सिविल सर्वेंट्स में बहुत ही प्रतिभाशाली अधिकारी रही हैं लेकिन इतने कम समय में PMO में रहकर वह अपने कैडर तमिलनाडु में वापस क्यों चली गई इसका उत्तर किसी के पास नही था।
लेकिन अब इसको लेकर समझ में आ रहा है।
दरअसल अमुधा के अपने पैरेंट कैडर तमिलनाडु में वापस जाने के कुछ माह बाद ही उनके पति शंभू कालोलिकर, जो 1991 बैच के IAS अधिकारी है,ने VRS का आवेदन दिया। माना जा रहा है कि वे कांग्रेस पार्टी में शामिल होकर कर्नाटक में उनके गृह नगर से आगामी विधानसभा चुनाव लडेंगे।
अब प्रशासनिक अधिकारियों के बीच यह चर्चा है कि चूंकि अमुधा के पति VRS लेकर राजनीति में शामिल हो रहे है, वह भी सत्ता विरोधी पार्टी में, ऐसे में इस दंपति ने यह सोचा होगा कि ऐसे में अमुधा का PMO में रहना उचित नहीं होगा। माना जा रहा है कि यही सोचकर अमुधा PMO के कार्य को छोड़कर अपने पेरेंट कैडर में वापस आ गई।
अमुधा के बारे में बता दे कि वे तमिलनाडु के दो पूर्व CM के पर्सनल स्टाफ में कार्य कर चुकी है। उनकी गिनती शानदार और परिणाम देने वाले अधिकारियों में होती है।वे जुलाई 2020 में PMO में जॉइंट सेक्रेटरी के रूप में पदस्थ की गई थी और उन्हें वहीं प्रमोशन के बाद एडिशनल सेक्रेटरी बनाया गया था। इसीलिए जब उन्होंने 14 माह के छोटे से कार्यकाल में PMO से बिदाई ली तो यह सबके लिए आश्चर्य का विषय था। खैर, अब लोगों को समझ में आ गया कि उन्होंने ऐसा क्यों किया था।