Wife Imprisoned for 12 Years : चरित्र शंका में पत्नी को 12 साल कैद में रखा, पति को अजीब बीमारी!

जानकारी मिलने पर पुलिस ने उसे 3 ताले तोड़कर निकाला!

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Wife Imprisoned for 12 Years : चरित्र शंका में पत्नी को 12 साल कैद में रखा, पति को अजीब बीमारी!

Maisoor : पति-पत्नी के बीच कई बार शक की दीवार इस कदर बड़ी हो जाती है कि एक पति ने अति ही कर दी। पति को अपनी पत्नी के चरित्र पर शक था। इसी शक के कारण उसने अपनी पत्नी को 12 साल तक अपने ही घर में तीन तालों के भीतर कैद रखा। लेकिन, यह बात पुलिस तक पहुंची, फिर पुलिस ने उस पति को गिरफ्तार करके उसकी पत्नी को कैद से आजाद करवाया।

पति-पत्नी का रिश्ता एक विश्वास की डोर से बंधा होता है। मगर कई दफा सात फेरों के साथ ली गई सात जन्म की कस्में रस्म पूरी होते होते ही खत्म सी हो जाती हैं। पति-पत्नी के बीच न जाने कहां से शक घर कर लेता है। एक बार शक का कीड़ा किसी के भी दिमाग में घुसा तो वो फिर हालात को कभी सुधरने नहीं देता। ऐसा ही यह किस्सा कर्नाटक के मैसूर जिले का है।

मैसूर के तालुक के एच मटकेरे गांव से पुलिस को एक खबर मिली कि यहां किसी को नज़रबंद किया गया। सूचना मिलते ही पुलिस बुधवार की रात मौके पर पहुँची और एक घर पर छापा मारा तो वहां ताला लगा हुआ था। लेकिन, पुलिस ने उस घर का ताला तोड़ा तो वहां एक महिला कैद थी। दरवाजे पर तीन ताले लगाए गए थे। जांच में पता चला कि जिस महिला को वहां कैद में रखा गया वो दो बच्चों की मां और सन्नालैया की पत्नी है। पुलिस ने सबसे पहले सन्नालैया को गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ की।

पहले भी छोड़ चुकी दो पत्नियां
सन्नालैया की दो पत्नियां पहले उसे छोड़कर जा चुकी हैं। क्योंकि, उसे शक की बीमारी है और वो अपनी बीवियों के चरित्र पर हमेशा शक करता है। इस बीमारी की वजह से उसने अपनी तीसरी पत्नी को भी घर में नज़रबंद रखा था। यहां तक कि उसने अपने घर की तमाम खिड़कियों को भी बंद रखा। कहने का मतलब ये है कि किसी भी सूरत में उसकी बीवी को घर से बाहर झांकने की इजाजत नहीं थी।

गांव वालों की कोशिश नाकाम
पुलिस से पता चला है कि सन्नालैया इस कदर सख्त था कि घर में शौचालय न होने पर भी वो घर में ही एक बाल्टी रखता था और उसे रात में साफ करता था। बताया जा रहा है कि आरोपी को समझाने के लिए गांव के बुजुर्गों ने कई बार पंचायत बुलाई और उसे समझाने की कोशिश की। लेकिन वो नहीं सुधरा।

बच्चों से भी नहीं मिलने देता
कैद से छुड़ाई गई महिला ने पुलिस को बताया कि उसका पति उसके बच्चों के साथ भी अच्छा रवैया नहीं करता। यहां तक कि बच्चे अपनी मां से भी खुलकर और अकेले में बात नहीं कर सकते थे। उसके खौफ का आलम पूरे गांव के लोगों में था और गांव के ज़्यादातर लोग उससे दूर ही रहते थे। उसने बताया कि जिस कमरे में उसे बंद करके रखा, उस कमरे में एक छोटी खिड़की थी जिसके जरिए वो उसे खाने को देता था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके उससे पूछताछ कर रही है और पुलिस उसकी इन हरकतों के पीछे की असली वजह को सामने लाने की कोशिश में है।