CM भजनलाल शर्मा के काफिले के दौरान सुरक्षा चूक में दिवंगत ASI सुरेंद्र सिंह की पत्नी ने सरकार से मुआवजे, पुनर्वास और सरकारी नौकरी की मांग की
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले के दौरान सुरक्षा चूक में शहीद हुए जयपुर के एएसआई सुरेंद्र सिंह की पत्नी ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए राज्य सरकार और मुख्यमंत्री पर उपेक्षा का गंभीर आरोप लगाया हैं। उन्होंने कहा, “मेरे पति मुख्यमंत्री को बचाने के लिए अपनी जान गंवा बैठे, लेकिन मुख्यमंत्री साहब मिलने तक नहीं आए।”
दिवंगत एएसआई की पत्नी ने कहा, “अगर मेरे पति उस समय वहां से हट जाते, तो क्या होता? उन्होंने अपनी जान देकर मुख्यमंत्री को बचाया।”
उन्होंने सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा, “सरकार की तरफ से अब तक कोई अधिकारी हमारे पास नहीं आया। हमें मदद के लिए कोई लिखित आश्वासन चाहिए।”सुरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं की। उनकी बहादुरी के बावजूद, परिवार को अभी तक सरकार की ओर से कोई सहायता या सांत्वना नहीं मिली है।
यह हादसा 11 दिसंबर को जयपुर के अक्षय पात्र चौराहे पर हुआ था, जब मुख्यमंत्री का काफिला राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इनवेस्टमेंट समिट के आखिरी दिन जेआईसीसी सीतापुरा की ओर गुजर रहा था। रॉन्ग साइड से आई एक टैक्सी के पीछे दौड़े सुरेन्द्र सिंह दुर्भाग्य से सीएम काफिले की एक गाड़ी की चपेट में आ गए, जिससे वे गंभीर रुप से और असंतुलित हुए वाहन में बैठे अन्य पुलिस कर्मी भी घायल हो गए । बाद में अस्पताल में उपचार के दौरान सुरेन्द्र सिंह की मौत हो गई।
शहीद की पत्नी ने मांग की, “हमें लिखित में आश्वासन चाहिए कि सरकार हमारे परिवार की देखभाल करेगी। सिर्फ मौखिक सहानुभूति से हमारा जीवन नहीं चल सकता।”परिवार ने राज्य सरकार से मुआवजे, पुनर्वास, और एक परिजन को सरकारी नौकरी की मांग की है।
इस दुर्घटना ने आम जनता में भी आक्रोश पैदा कर दिया है। लोग मुख्यमंत्री और सरकार से तुरंत कार्रवाई और शहीद परिवार को न्याय देने की मांग कर रहे हैं। लोगो का कहना है कि ट्रैफिक ड्यूटी पर तैनात मृतक एएसआई सुरेंद्र सिंह की बहादुरी और बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। सरकार से अपेक्षा है कि वह इस स्थिति को गंभीरता से ले और उनके परिवार को शीघ्र उचित सहायता और आश्वासन प्रदान करे।