पत्नी ने CPR देकर बचाई जान : चलती ट्रेन में हार्ट अटैक आने के बाद ऐसे बचाई जान
उत्तर प्रदेश के मथुरा रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ और पत्नी की सूझबूझ के चलते एक व्यक्ति की जान बच गई। पत्नी अपने पति को यमराज के यहां से वापस ले आई। चलती ट्रेन में आए हार्ट अटैक से एक यात्री की तबीयत खराब हो गई थी। पत्नी ने सीपीआर देकर पति की जान बचा ली। आरपीएफ के जवानों की सूझबूझ से व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी स्थिति एक स्थिर बनी हुई है।
यह घटना शुक्रवार रात की है. निजामुद्दीन-तिरुअनंतपुरम सुपरफास्ट एक्सप्रेस में शख्स की तबियत अचानक खराब हो गई. इसकी वजह से कोच में अफरा-तफरी मच गई. इसके बाद पता चला कि उन्हें हार्ट अटैक आया है. जैसे ही ट्रेन मथुरा रेलवे स्टेशन पर रुकी बीमार यात्री को नीचे उतारा गया. अस्पताल ले जाने में बहुत देर हो जाती इसलिए इसे देखते हुए शख्स की पत्नी और वहां मौजूद आरपीएफ के जवान उनकी जान बचाने में जुट गए.
मौत के मुंह से पति को खींच लाई वापस
पत्नी ने पति को मुंह से सांस यानी सीपीआर दिया जिसके बाद उनकी हालत में थोड़ा सुधार आया. इस तरह पत्नी अपने पति को मौत के मुंह से खींचकर वापस ले आई. 30 मिनट तक कोशिश करने के बाद उन्हें होश आया. थोड़ी भी देरी या लापरवाही उनकी जान ले सकती थी. इसके बाद उन्हें तुरंत एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है. आरपीएफ जवानों ने भी इसमें काफी मदद की. पत्नी ने उनका आभार जताया है. इस दौरान आरपीएफ जवान लगातार पत्नी का हौसला बढ़ाते रहे.
- स्टेशन पर ट्रेन के रुकते ही यात्री को प्लेटफॉर्म पर लाया गया
- सिपाही ने खुद यात्री की हथेलियां रगड़ीं और बाद में हार्ट में पंपिंग की
- CPR के बाद यात्री केशवन को स्ट्रेचर से बाहर लाकर एंबुलेंस से रेलवे अस्पताल भेजा गया
- =============================================
- स्टेप 1: व्यक्ति को सबसे पहले सीधा लिटा दें। ध्यान रखें कि शरीर का कोई अंग मुरा हुआ ना हो।
स्टेप 2: अब हाथों की हथेलियों को एक दूसरे के ऊपर रखते हुए सीने को दबाएं। चेस्ट पर प्रेशर डालने के दौरान ध्यान रखें कि दो या ढ़ाई इंच से ज्यादा दवाब ना डालें। - सटेप 1: पेशेंट को मुंह से सीपीआर देने वाले व्यक्ति को अपना मुंह इस प्रकार लॉक करना होगा, जिससे माउथ टू माउथ ऑक्सिजन सप्लाई ठीक तरह से हो सके।
स्टेप 2: अब आप पेशेंट को मुंह से ऑक्सिजन देना शुरू करें।