Wildlife Smuggling : तेंदुए की खाल, हड्डियां और खाल बरामद, 5 तस्कर पकड़ाए

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Indore : पुलिस ने वन्यजीव अंगों की तस्करी करने वाले 5 तस्करों को पकड़ा है। इनसे 70 लाख से अधिक के वन्यजीवों (Wildlife) के नाखून और खालें बरामद की गई। ये जादू टोना और तांत्रिक क्रियाओं (Witchcraft and Tantric Actions) में इसका इस्तेमाल करते हैं। तेंदुए की खाल और नाखून (Leopard Skin and Nails) को ये मुंह मांगी कीमत में बेचने की फिराक में थे।
पकड़े गए आरोपियों में एक शिकारी भी है, जो हिरण के शिकार में पहले जेल जा चुका है। वह साथी तस्करों के साथ वन्य जीव मारता था, फिर इनकी खाल और नाखूनों की तस्करी की जाती थी। इन पांचों आरोपियों से तेंदुए की खाल और हड्डियां (Leopard Skin and Bones), 8 नाखून, भरमार बन्दूक और एक दो पहिया वाहन जब्त किया गया। सभी आरोपियों के खिलाफ वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम (Wildlife (Protection) Act) के तहत कार्यवाही की गई।
इंदौर क्राइम ब्रांच और खुड़ैल पुलिस टीम (Indore Crime Branch and Khudail Police Team) को क्षेत्र में वन्य जीव प्राणी की तस्करी के बारे में सूचना मिली थी। बताया गया था कि कुछ लोग तेंदुए की खाल और नाखूनों को बेचने की फिराक में हैं। इस सूचना के आधार पर क्राईम ब्रांच व खुडैल थाने ने संयुक्त कार्यवाही कर पांच लोगों को घेराबंदी करके पकड़ा। आरोपियों की तलाशी में पांचों से तेंदुए की खाल, 8 नाखून के संबंध में सख्ती से पूछताछ की गई। शिकारी चंपालाल कन्नौजे ने बताया की उसके गांव पठारी पाला में खुद की भरमार बंदूक (Glut Gun) से तेंदुए का शिकार (Leopard Hunting) किया और खाल-नाखून निकालकर अपने चार साथी तस्करों को लाखों रुपए में बेचने के लिए दी। शिकारी चंपालाल (देवास) पहले भी हिरण के शिकार के आरोप में अपने अन्य साथियों के साथ जेल जा चुका है।
पकड़े गए चंपालाल कन्नौजे पिता भूराजी कन्नोजे, शाहरूख पिता रहीस खान, अहमद रजा उर्फ सोनू पिता मोहम्मद नासिर, यासीन अली पिता निसार अली और सलीम पिता स्व कुदरत खान है। इनके खिलाफ वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धाराओं में अपराध पंजीबद्ध किया गया।