28 को 38 वें वर्ष में होगा, अब तक 2000 विवाह करा चुका, देश का अनूठा विराट श्रीराम निःशुल्क सामूहिक विवाह महोत्सव
इटारसी से वरिष्ठ पत्रकार चंद्रकांत अग्रवाल की विशेष रिपोर्ट
इटारसी। देश व प्रदेश का कदाचित सबसे प्रमुख, प्राचीन, वैभवशाली व अशासकीय, श्री राम निःशुल्क सामूहिक विवाह आयोजन , 38 वें वर्ष में , पुरानी इटारसी के देवल मंदिर में इस वर्ष 28 नवम्बर को होने जा रहा है। आयोजन की तैयारियां चल रहीं हैं। सोमवार, 28 नवम्बर की शाम गोधूलि बेला में, श्री द्वारिकाधीश मंदिर से शाम 6 बजे श्री राम जी की भव्य सामूहिक बारात पुरानी इटारसी के देवल मंदिर जनकपुरी के लिए प्रस्थान करेगी,जिसमें सभी दूल्हे, श्री राम की झांकी संग सुसज्जित बग्गियों में पारंपरिक रूप से विराजमान होंगे। शहर व आसपास के ग्रामीण अंचलों से भी घर घर से प्राप्त सहयोग राशि व सामग्री प्राप्त कर,हर द्वार पर पीले चावल आयोजन समिति देती है। अर्थात पूरा क्षेत्र ही जनकपुरी सा बन जाता है, सज जाता है। हालांकि इनमें कई घर बारातियों के भी बन जाते हैं। पर यह सत्ता का नहीं वरन प्रजा का जनभागीदारी का ऐसा आयोजन होता है,जिसमें घर घर में विवाहोत्सव जैसा वातावरण बन जाता है। तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज,9 नवंबर को क्षेत्रीय विधायक डा. सीतासरन शर्मा के निर्देश पर, नगरपालिका अध्यक्ष पंकज चौरे भी देवल मंदिर पहुंचे और यहां आयोजन के सूत्रधार श्री राम भक्त जयप्रकाश पटेल उर्फ करिया पटेल व समिति सदस्यों से मुलाकात की और इस बार के आयोजन में नगरपालिका से संबंधित हर प्रकार की मदद स्थानीय वरिष्ठ पार्षद शिवकिशोर रावत के माध्यम से कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि शहर को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाने वाले इस आयोजन में, वे भी पूरे समय उपस्थित रहेंगे।
रात 12 बजे होगा पाणिग्रहण संस्कार:
श्री राम विवाह का यह महोत्सव सात दिवसीय होता है। इस बार उत्सव में 23 नवम्बर से श्री रामलीला का मंचन, 24 नवम्बर को सुंदरकांड, 25 नवम्बर को अखंड सीताराम कीर्तन, 26 नवम्बर को महिला मंडल द्वारा रामसत्ता, 27 नवम्बर को मंडप आच्छादन और सत्यनारायण कथा है। 28 नवम्बर को सुबह 9 कन्या भोज का भंडारा, शाम 7 बजे आध्यात्मिक प्रवचन, रात 9 बजे देवी जागरण, रात 10 बजे बारात स्वागत, रात 11 बजे जयमाला व रात 12 बजे पाणिग्रहण संस्कार होंगे। अगले दिन 29 नवम्बर को सुबह 7 बजे बिदाई समारोह होगा।
आयोजन का 38वां वर्ष –
समाज में व्याप्त दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों का खात्मा कर जरूरतमंद परिवारों की बेटियों का सामूहिक विवाह धूमधाम से पिछले 38 सालों से हो रहा है। पुरानी इटारसी की श्री देवल मंदिर काली समिति द्वारा लगातार श्री राम विवाह एवं निशुल्क सामूहिक विवाह का आयोजन किया जाता है। ज्ञात रहे कि पंचमी की इस तिथि पर देश भर में प्रमुख व भव्य रूप से सिर्फ 3 स्थानों अयोध्या, ओरछा एवं इटारसी में ही एक साथ श्री राम विवाह होता आया है। समिति से जुड़े जयप्रकाश करिया पटेल ने बताया कि अब तक इस आयोजन में करीब 2 हजार से ज्यादा जोड़ों का विवाह संपन्न कराया जा चुका है। श्री द्वारकाधीश मंदिर से भगवान राम एवं दूल्हों की ढोल, ढमाकों, घोड़े, हाथियों एवं बग्गी पर सजी बारात निकलती है, जो पुरानी इटारसी जनकपुरी पहुंचती हैं।
भगवान श्री राम के विवाह मंडप में वर-वधुओं के फेरे होते हैं-
यहां सभी वर-वधुओं के फेरे भगवान राम एवं सीता के साथ एक ही मंडप में कराए जाते हैं। इस अनूठे आयोजन में देश भर के अखाड़ों से जुड़े साधु-संत एवं विद्वान शामिल होते हैं। इस परंपरा की शुरूआत महंत पं. दामोदर प्रसाद जी शर्मा ने कराई थी। पूरे आयोजन की बागडोर करिया पटेल एवं युवाओं की टीम संभालती है। हर गांव-शहर के लोग इस आयोजन में सहभागी बनते हैं।
राम बोलो का नारा कोई नेता-पदाधिकारी नहीं-
इस समिति की खास बात यह है कि इस आयोजन में कोई भी नेता-पदाधिकारी नहीं, बल्कि श्री राम का सेवक बनकर काम करता है। समिति का एक ही नारा है राम बोलो, बस इसी के सहारे हजारों लोगों की आवभगत, भोजन प्रसादी का इतंजाम, परिवहन सेवा, ढोल-बैंड, शहनाई समेत भव्य सुविधाओं के साथ सोने,चांदी के जेवरात सहित दहेज का भरपूर सामान भी सहज ही एकत्रित हो जाता है। श्री राम सीता के विवाह बंधन की तरह ही अन्य सभी जोड़े भी विवाह बंधन में बंधकर अपने अपने जीवन साथी का वरण करते हैं। समिति सभी जोड़ों को गृहस्थी का भरपूर सामान, जेवर, कपड़े एवं अन्य सामग्री उपहार में देती है। राम सखियां आयोजन में नृत्य करती हैं। राजस्थान की दिलदिल घोड़ी, हाथी, घोड़े, बैंड के साथ करीब 4 किमी. की लंबी बारात निकाली जाती।
यहां करें वर-वधु के परिजन आवेदन, यह दस्तावेज लगेंगे
अपने पुत्र-पुत्री के विवाह के लिए हिंदू परिवार यहां देवल मंदिर जनकपुरी में काली समिति में संपर्क करें। मोबाइल पर 9617171276, 9009882960, 6264292858, 9993860151 पर संपर्क कर सकते हैं। वर-वधु के पंजीयन के लिए आधार कार्ड, आयु प्रमाण पत्र, मूल निवासी प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज 3 फोटो लगेंगी। कुल मिलाकर यह आयोजन इटारसी व नर्मदांचल के आत्म गौरव,अस्मिता,संस्कृति के एक ऐसे महोत्सव को रचता है, जिसमें राम राज्य के तत्व समाहित होते हैं।