Will this IAS officer get relief? IAS अधिकारी को क्या राहत मिलेगी?
देश के दो चर्चित IAS अधिकारियों के बीच आरोप प्रत्यारोप अब कानून लड़ाई तक पहुंच गई है। 2004 बैच के IAS अधिकारी संजीव कुमार वर्मा ने लोकायुक्त के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर आग्रह किया है उन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप पर अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाय। वर्मा के खिलाफ 1991 Batch के वरिष्ठ IAS अधिकारी अशोक खेमका ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
लोकायुक्त को दी अपनी शिकायत में खेमका ने आरोप लगाया है कि हरियाणा राज्य वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन मे कथित गैर कानूनी तरीके से नियुक्तियां हुई है। अपने आवेदन मे खेमका ने 2022 मे लोकायुक्त आग्रह किया है कि वे मुख्य सचिव पूछे कि शिकायत के पंचकुला पुलिस ने बिना वैध कानूनी प्रक्रिया अपनाए मेरे खिलाफ मामला क्यो दर्ज किया?
वर्मा ने इन आरोपों को निराधार बताया है और उन्हें भी इस मामले में एक पार्टी बनाने का अनुरोध किया है ताकि वे अपना पक्ष रख सकै। अब नजरें लोकायुक्त के अगले कदम पर है।