
Women Harassment Committee
अनिल शुक्ला की रिपोर्ट
Indore : नगर निगम में महिला कर्मचारियों का यौन उत्पीड़ित रोकने के लिए गठित की गई समिति की उपयोगिता पर सवाल उठने लगे है। समिति के पास सालभर में उत्पीड़न सम्बंधी केवल दो शिकायतें ही पहुंची है। सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) के निर्देश पर इंदौर नगर निगम में भी महिला कर्मचारियों का यौन उत्पीड़न रोकने के लिए महिला उत्पीड़न समिति (Women Harassment Committee) गठित की गई है।
निगम आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा गठित पांच सदस्यीय समिति की अध्यक्ष निगम उपायुक्त लता अग्रवाल को बनाया गया है। इस महत्वपूर्ण समिति के गठित हुए एक साल से ज्यादा समय हो चुका है। खास बात यह है कि एक साल में समिति के पास महिला उत्पीड़न सम्बंधी केवल 2 शिकायत ही पहुँची। कम शिकायत पहुँचने को लेकर समिति की उपयोगिता पर सवाल खड़े होने लगे है। कम शिकायतें आने को लेकर सवाल यह उठ रहे है कि यह तो निगम में कार्यरत महिला कर्मचारियों को समिति के सम्बंध में जानकारी नहीं है या फिर महिलाएं खास कारणों से शिकायत करने में आगे नहीं आ रही है।
इंदौर नगर निगम के मुख्यालय और सभी 19 झोनल कार्यालयों में 300 से ज्यादा महिलाकर्मी कार्यरत है। महिला यौन उत्पीड़न समिति की अध्यक्ष और निगम उपायुक्त लता अग्रवाल ने बताया कि निगम में महिला कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर खास ध्यान रखा जा रहा है। निगम मुख्यालय और झोनल कार्यालयों को निर्देश दे रखे है कि महिला कर्मचारियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए। उत्पीड़न के मामले में समिति को तत्काल शिकायत की जाए। अध्यक्ष अग्रवाल ने बताया कि जो दो शिकायत आई है उसकी जांच जारी है। मामले में प्राथमिकता से कार्रवाई भी की गई है।





