Yadav & Kalra Dispute : इंदौर के भाजपा पार्षद जीतू यादव को पार्टी ने निष्कासित किया!

जीतू ने पहले ही पद छोड़कर पार्टी से न्याय मांगा, लेकिन दांव उल्टा पड़ गया!

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Yadav & Kalra Dispute : इंदौर के भाजपा पार्षद जीतू यादव को पार्टी ने निष्कासित किया!

 

Indore : भाजपा के दो पार्षदों के विवाद ने नया रंग ले लिया। पार्टी ने पार्षद और एमआईसी सदस्य जीतू यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। पार्टी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए यह कार्यवाही की। लेकिन, उससे पहले जीतू यादव ने भाजपा और एमआईसी सदस्यता से खुद ही इस्तीफा:देने की घोषणा करके उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पार्टी ने यह कार्यवाही प्रधानमंत्री कार्यालय के दबाव में की।

इस मामले को लेकर मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर इंदौर से घटना की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है। वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई।
भाजपा सूत्रों के अनुसार पार्षद पुत्र कांड में पीएमओ की दखलअंदाजी के बाद विवादास्पद पार्षद जीतू जाटव उर्फ यादव ने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। इस मामले में अब पुलिस जीतू यादव पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की तैयारी कर रही है। भाजपा नेताओं का कहना है कि यह तो बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और नगर अध्यक्ष को मुंह दिखाई है। जो हिम्मत पुलिस नहीं कर सकी वो खुद बदमाश ने सरेंडर करके दिखाई है। जीतू यादव द्वारा यह गलत परंपरा शुरू की जा रही है।

दोनों पार्षदों के यह था मामला
बीती 3 जनवरी को 40-50 बदमाशों ने भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के घर में घुसकर हमला किया था। कालरा के नाबालिग बेटे ने शुक्रवार को कोर्ट में दिए बयान में बताया कि गुंडों ने उसके प्राइवेट पार्ट को भी चोट पहुंचाई। उसके साथ अप्राकृतिक कृत्य करने की बात कही। नाबालिग ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि आरोपियों ने गालियां देकर उसके साथ मारपीट की। उसका टॉवेल खींचा, अंडरवियर खींचकर निर्वस्त्र कर वीडियो बनाया। प्राइवेट पार्ट को पकड़कर खींचा और कहा कि हम तुझे निपटाएंगे। सभी साथियों से कहा कि इससे अप्राकृतिक कृत्य करो। हमलावर जीतू के समर्थक बताए जा रहे हैं।
विवाद के बीच जीतू और कालरा की बातचीत का एक ऑडियो भी वायरल हुआ। इसमें जीतू ने कहा, संगठन जाए चूल्हे में। मैं अपनी जगह और संगठन अपनी जगह। घटना की शिकायत पार्षद कालरा ने पीएमओ और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। इधर, मामले में मानवाधिकार आयोग ने इंदौर पुलिस कमिश्नर से 3 हफ्ते में जांच रिपोर्ट मांगी है।

8 दिन के अंतराल में जूनी इंदौर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखकर 12 बदमाशों की पहचान कर ली। इनमें से 6 को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि अभी तक जीतू यादव के नाम से कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है, वहीं किसी भी आरोपी ने जीतू यादव का नाम भी नहीं लिया। इस कारण पुलिस जीतू के इस मामले में शामिल होने या न होने को लेकर कोई बयान नहीं दे रही। हालांकि, पुलिस जीतू यादव पर कमलेश कालरा के आरोपों की पड़ताल कर रही है। इस बीच पुलिस ने जीतू की पूरी क्राइम कुंडली खंगाल ली।

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इंदौर के दो थानों में 11 केस
भाजपा पार्षद जीतू यादव ने पहला अपराध 1999 में किया था। तब नाबालिग जीतू ने परदेशीपुरा इलाके में दोस्त के साथ घर में घुसकर चाकूबाजी की थी। यहां जीतू और उसके दोस्तों ने मिलकर जान से मारने की धमकी भी दी थी। जीतू के क्राइम का सिलसिला यहीं से शुरू हुआ। अब तक तीन बार गिरफ्तार भी हो चुके हैं। इसी साल उनको परदेशीपुरा पुलिस ने जुआ खेलते हुए पकड़ा था। पुलिस का कहना है कि 2019 से जीतू यादव पर कोई केस दर्ज नहीं किया गया है। हालांकि कई लिखित शिकायतें थाने जरूर पहुंची हैं। पुलिस इन शिकायतों की जांच भी कर रही है।

जीतू यादव का वायरल हुआ मैसेज
‘मैं भाजपा का समर्पित और अनुशासित सिपाही हूं। मेरा, मेरे परिवार और अनुसूचित जाति के मेरे जाटव समाज का पार्टी से अटूट रिश्ता है। कुछ दिनों पहले इंदौर में पार्टी के एक साथी पार्षद के परिजनों के साथ हुई दुखद घटना में मेरा नाम घसीटकर पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। मैंने मामले में अपना पक्ष सभी तथ्यों के साथ माननीय शहर अध्यक्ष के समक्ष रखकर खुद आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की थी। मान्यवर मैं ये नहीं चाहता कि मेरे कारण पार्टी को किसी असहज स्थिति का सामना करना पड़े। अतः इस पूरे प्रकरण में निर्दोष साबित होने तक मै पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और एमआईसी से त्यागपत्र देता हूं। मुझे विश्वास है पार्टी मेरे साथ अन्याय नहीं होने देगी।