Yediyurappa’s Retirement : येदुरप्पा ने सक्रिय राजनीति से संन्यास लिया, पर घर नहीं बैठेंगे!
Bengluru : वरिष्ठ भाजपा नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने राजनीति से संन्यास ले लिया। बुधवार को उन्होंने विधानसभा में अंतिम भाषण दिया और कहा कि ये एक दुर्लभ पल है। क्योंकि, अब मैं दोबारा चुनाव नहीं लडूंगा। मुझे बोलने का मौका देने के लिए शुक्रिया।
उन्होंने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद किया। कहा कि अगर भगवान ने मुझे शक्ति दी, तो मैं पांच साल बाद होने वाले अगले विधानसभा चुनावों में भी भाजपा को सत्ता में लाने के लिए अपना पूरा जोर लगाऊंगा। मैं पहले ही कह चुका हूं कि अब मैं चुनाव नहीं लडूंगा, लेकिन मोदी और पार्टी ने मुझे जो सम्मान और पद मिला उसके मैं जीवनभर नहीं भूल पाऊंगा। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव न लड़ने का मतलब ये नहीं कि मैं घर बैठ जाऊंगा।
येदियुरप्पा ने अपने अंतिम भाषण में जो कहा
भावुक कर देने वाले अपने भाषण में उन्होंने कहा कि विपक्ष कहता है, कि मुझे मुख्यमंत्री पद से उन्हें हटाया गया था, ये बात गलत है। येदियुरप्पा को किसी ने मुख्यमंत्री पद से नहीं हटाया था। येदियुरप्पा ने अपनी उम्र के चलते ये फैसला लिया था। जुलाई 2021 में येदियुरप्पा ने पार्टी आलाकमान के कहने पर मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया था। उनकी जगह पर बासवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाया गया। इसे लेकर विपक्ष कई बार येदियुरप्पा की पार्टी पोजिशन पर सवाल उठाता रहा है।
स्पीकर और विधायकों ने उनसे अनुरोध किया कि वे 24 फरवरी को कर्नाटक बजट सेशन के आखिरी दिन भी कुछ बोलें। विपक्ष के कई सदस्यों ने उनसे कहा कि वे विधानसभा चुनाव दोबारा लड़ें। इस पर येदियुरप्पा ने कहा कि चुनाव न लड़ने का ये मतलब नहीं है कि वे घर पर बैठ जाएंगे। विधानसभा चुनावों के बाद वे राज्य का दौरा करेंगे और पार्टी और दूसरे उम्मीदवारों के लिए कैंपेन करेंगे। उन्होंने कहा कि वे आखिरी सांस तक पार्टी को बड़ा और मजबूत बनाने के लिए काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं इस तरफ बैठे अपने सभी विधायकों को कहना चाहूंगा कि आत्मविश्वास के साथ काम करें और चुनावों की तैयारी करें। उस तरफ बैठे कई लोग (विपक्ष) हमारे साथ आना चाहते हैं। अगर आप कॉन्फिडेंट रहेंगे, तो हम उन्हें अपने साथ लेकर भाजपा को पूर्ण बहुमत दिलाकर सत्ता में आ जाएंगे।
फिर भाजपा की सरकार बनेगी, यह अटल सत्य
येदुरप्पा ने कहा कि अगर किसी को ये लगता है कि कुछ बातें बोलकर वे येदियुरप्पा को चुप करा देंगे, तो ऐसा नहीं होने वाला। मैं BJP के सारे विधायकों को बता देना चाहता हूं कि आगामी चुनावों में भी हम ही सत्ता में आएंगे। हमें पूर्ण बहुमत मिलने वाला है, ये बात उतनी ही सच है जितना सच चांद और सूरज हैं। ये भी तय है कि कांग्रेस को विपक्ष में ही बैठना होगा। इस बारे में आप अपने मन में कोई शक मत रखिएगा और ये भी मत सोचिएगा कि मैंने कोई भविष्यवाणी की है।
जुलाई में किया था चुनाव न लड़ने का एलान
येदियुरप्पा ने शिवमोगा जिले के शिकारीपुरा से ही पुरासभा प्रेसिडेंट के तौर पर राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। इस सीट से वे पहली बार 1983 में विधानसभा के लिए चुने गए। इसके बाद वे लगातार 8 बार यहां से जीते। येदियुरप्पा ने पिछले साल जुलाई में ऐलान किया था कि वे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे और अपनी शिकारीपुरा वाली सीट को खाली कर देंगे। अगर हाईकमान ने अनुमति दी, तो इस सीट से उनका बेटा और राज्य में पार्टी वाइस-प्रेसिडेंट बीवाई विजयेंद्र चुनाव लड़ेगा।