
हाँ, अब यह ‘मोहन स्टेट’ है…
कौशल किशोर चतुर्वेदी
डॉ मोहन यादव के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दो वर्ष पूरे होने पर मध्य प्रदेश में 12 दिसंबर 2025 को कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर और प्रदेश भाजपा कार्यालय में सरकार की दो साल की उपलब्धियों पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल सहित सभी वक्ताओं ने प्रदेश सरकार की दो साल की उपलब्धियों को ऐतिहासिक बताया। डॉ. मोहन यादव ने विचार व्यक्त किए कि मध्यप्रदेश में दो साल में अकल्पनीय विकास हुआ है। प्रदेश नक्सल मुक्त हुआ है और 42 दिन में 42 नक्सलवादियों ने सरेंडर किया है। सरकार का अगले पांच साल में 100 लाख हेक्टेयर रकबे को सिंचित करने का लक्ष्य है। भाजपा सरकार ने मध्यप्रदेश का औद्योगिक परिदृश्य बदला है। नदी जोड़ो अभियान का क्रियान्वयन तेज हुआ है। हम वेस्ट को वैल्यू में बदल रहे हैं, मध्यप्रदेश में कचरे और पराली से ऊर्जा उत्पादन हो रहा है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश नई ऊंचाइयां छू रहा है। भाजपा सरकार के दो साल सुशासन, पारदर्शिता और त्वरित निर्णयों के प्रतीक हैं। बीते दो सालों में हर क्षेत्र में विकास के लिए अनेक प्रयास किए हैं। प्रदेश को औद्योगिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दृष्टि से बीते दो सालों में निवेश बढ़ाने के लिए सरकार ने ऐतिहासिक काम किया है। निवेश बढ़ाने के लिए 18 नई नीतियों की शुरुआत की है और नया निवेश ईको सिस्टम बनाया है। धार में पहला पीएम मित्र पार्क स्थापित किया जा रहा है, जिससे 3 लाख रोजगार पैदा होंगे तथा 6 लाख कपास उत्पादकों को लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के प्रयासों से प्रदेश को 32 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिनसे 23 लाख रोजगार पैदा होंगे। 8.57 लाख करोड़ का निवेश धरातल पर आकार ले चुका है और मध्यप्रदेश में देश में तीसरा सबसे अधिक निवेश प्रस्ताव हासिल करने वाला राज्य बन गया है। संस्कृति के संवर्धन और संरक्षण के क्षेत्र में अगर देखें, तो प्रदेश सरकार ने सम्राट विक्रमादित्य, राजा भोज सहित नौ महापुरुषों के नाम पर राजधानी में द्वार स्थापित करने का निर्णय लिया है। ओंकारेश्वर, विक्रमोत्सव, राम वनगमन पथ, श्रीकृष्ण लीलाओं से जुड़े तीर्थ स्थल और मां शिप्रा का शुद्धिकरण तथा घाट निर्माण के निर्णय इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। सरकार ने सिंहस्थ-2028 को दिव्य और भव्य बनाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रदेश सरकार ने पीएम श्री एयर एंबुलेंस जैसा नया प्रयोग करते हुए 109 से अधिक लोगों का एयरलिफ्ट किया है। 12655 आयुष्मान आरोग्य मंदिर, 448 संजीवनी क्लीनिक तथा 72 मोबाइल मेडिकल क्लीनिक की स्थापना सरकार ने की है। प्रदेश सरकार ने सागर, मुरैना, शहडोल, बालाघाट और नर्मदापुरम में आयुष मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय लिया है जो प्रदेश के नागरिकों को उत्कृष्ट आयुष चिकित्सा उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने मध्यप्रदेश सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में विकास भी, विरासत भी और सबका साथ-सबका विकास के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव कृत-संकल्पित हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ ने कहा कि राज्य सरकार मध्यप्रदेश को विकास की श्रेणी में अग्रणी बनाने के लिए प्राण-प्रण से काम कर रही है। सभी क्षेत्रों में विकास के अभूतपूर्व काम हुए हैं। दो वर्ष का हमारा कार्यकाल अनेकानेक उपलब्धियों से भरा हुआ है। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने दो वर्ष में अद्वितीय कार्य किए हैं। मध्यप्रदेश में भाजपा का आदर्श संगठन, राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का उदाहरण दिया जाता है।
भाजपा कार्यकर्ता अपनी सरकार के दो वर्ष की उपलब्धियां जन-जन तक पहुंचाएं।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मध्यप्रदेश में निवेश, उद्योग और शिक्षा का नया दौर है। दो वर्षों में प्रशासन, उद्योग, ऊर्जा और पर्यटन में ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल हुई हैं। सभी वक्ताओं ने सभी कुछ कहा लेकिन शायद यह किसी ने याद नहीं किया कि मध्य प्रदेश को लेपर्ड स्टेट, टाइगर स्टेट, चीता स्टेट आदि अलग अलग नामों से जाना जाता है। पर वास्तव में अब डॉ. मोहन यादव के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दो वर्ष पूरे होने के बाद मध्य प्रदेश को ‘मोहन स्टेट’ के रूप में जाना जाएगा। मोहन का विजन अब धरातल पर अपना असर दिखाने लगा है और आगामी तीन साल को लेकर भी डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जाने का अपना खाका खींच लिया है। वास्तव में डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश सरकार के दो साल पूरा होने के बाद अब उनके विजन के आधार पर आगामी तीन साल में प्रदेश नई ऊँचाईयों पर पहुँचे यही कामना की जा सकती है। पर दो साल होने के बाद वास्तव में अब यह महसूस किया जा सकता है कि हां, मध्य प्रदेश अब मोहन स्टेट है…।
लेखक के बारे में –
कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।
वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।





