

चेहरा तो बदल सकते हो लेकिन चरित्र कैसे बदलोगे : उत्तम स्वामीजी!
Ratlam : समूची दुनिया के पालक यशोदा मैय्या के तप के कारण यशोदा के बालक बनकर आए हैं। जिस दिन संसार की कमियां दिखना बंद हो जाए उसी दिन भगवान की प्राप्ति हो जाती हैं। इसलिए सदगुरु को अपने हृदय में, अपने जीवन में बनाए रखिए। यही परमात्मा से साक्षात्कार कराने का एकमात्र रास्ता है। चेहरा तो बदल सकता हैं लेकिन चरित्र कैसे बदलोगे। चेहरा एक बार प्रभावित करता है, लेकिन चरित्र युगों-युगों तक प्रभावित करता है। इसलिए चरित्र उत्तम होना चाहिए। चेहरे की बजाय चरित्र से प्रेम करते हुए रामरस, कृष्णरस की भक्ति में डूबने से भगवान की प्राप्त होती हैं। उक्त वक्तव्य पूज्य गुरुदेव श्री उत्तम स्वामी ने त्रिवेणी तट स्थल पर श्री बद्रीनारायण सेवा ट्रस्ट रतलाम द्वारा पण्डित श्री रामचन्द्र जी डोंगरे महाराज की प्रतिमा अनावरण के अवसर पर आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन धर्मसभा में व्यक्त किए।
कथा के प्रारंभ में मुख्य यजमान श्रीमती हीरादेवी ओमप्रकाश सोनी परिवार द्वारा पोथी पूजन एवं गुरु पूजन किया गया। साथ ही विभिन्न संस्थाओं जिनमें श्री बद्रीनारायण सेवा ट्रस्ट, श्री अजित महापात्रा राष्ट्रीय गौसेवा संघ, श्री हरियाणा गौड़ ब्राह्मण, श्री मेवाड़ा पंचांग कुमावत समाज, श्री चारभुजा नाथ मंदिर, श्री ब्राह्मण सोनी समाज, श्री मेढ़ क्षत्रिय मारवाड़ी समाज, माली समाज, श्री राजपूत समाज चारभुजा नाथ मंदिर, श्री सेन समाज, श्री हरिहर सेवा समिति, बाबा अमरनाथ सेवा समिति रतलाम, पुष्कर शर्मा कनेरी, भाजपा महिला मोर्चा आदि द्वारा गुरूपूजन एवं पोथी पूजन किया गया। मंच पर विराजमान श्री नर्मदानंद जी महाराज, श्री राम बाबा महाराज त्यागी जी, श्री महंत लालनाथजी योगी का स्वागत सम्मान श्री बद्रीनारायण सेवा ट्रस्ट अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र शर्मा, नवनीत सोनी, सत्यनारायण पालीवाल द्वारा किया गया।
सोमवार को कथा में गुरुदेव ने श्रीकृष्ण अवतार का विस्तार से वर्णन करते हुए कृष्ण की बाल लीलाओं का रसपान कराया। कथा में गोवर्धन पूजा कथा, पूतना की कथा, कालिया नाग, रासलीला आदि का विस्तार से वर्णन कर श्रोताओं को कथा का रसपान गुरूदेव द्वारा कराया अंत में आरती कर प्रसादी वितरण किया गया। कथा में डॉ राजेन्द्र शर्मा, अनिल झालानी, नवनीत सोनी, मनोहर पोरवाल, सत्यनारायण पालीवाल, जयेश सोनी, रवि सोनी, गुरूदेव भक्त मंडल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन मौजूद रहें!
समय परिवर्तन की सूचना!
कथा के समापन दिवस पर कार्यक्रम के समय में परिवर्तन अनुसार प्रात: 9 बजे त्रिवेणी तट पर डोंगरे महाराज की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम आयोजित होने से 30 अप्रैल को कथा प्रतिमा अनावरण के पश्चात प्रात: 10 बजे से 1 बजे तक कथा पांडाल में होगी तत्पश्चात महाप्रसादी होगी। बता दें कि डोंगरे महाराज की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा विधिवत पूजा-पाठ पंडित संजय ओझा, गामोट एवं अन्य पंडितों द्वारा 24 अप्रैल से नियमित यज्ञ शाला में प्रतिमा अनावरण के यजमान अनिल झालानी दम्पति द्वारा नियमित रूप से प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पूजन-पाठ आदि कराया जा रहा हैं!