Manuka Honey;दुनिया का सबसे महँगा शहद जिसकी कीमत जान आप हो जाएंगे हैरान,100 ग्राम शहद की कीमत 99 डॉलर

ऐसा शहद जिससे रोग ठीक करने से लेकर घाव भरने जैसे कई औषधीय गुण

1850
मनुका शहद(Manuka Honey)

Manuka Honey;दुनिया का सबसे महँगा शहद जिसकी कीमत जान आप हो जाएंगे हैरान,100 ग्राम शहद की कीमत 99 डॉलर 

कीर्ति कापसे की विशेष रिपोर्ट

दुनिया में एक ऐसा शहद भी उपलब्ध है जिससे रोग ठीक करने से लेकर घाव भरने जैसे कई औषधीय गुण पाए जाते हैं।

आज हम आपको दुनिया के सबसे महंगे शहद के बारे में बताते हैं। इसे मनुका शहद(Manuka Honey)के नाम से जाना जाता है. यह शहद इतना महंगा है कि इसे आप चाहे जिस लोकल ग्रॉसेरी स्‍टोरी से नहीं खरीद पाएँगे । यूं तो दुनिया में कई तरह के शहद के प्रॉडक्‍ट्स मौजूद हैं मगर मनुका शहद (Manuka Honey)कई तरह से इन सबसे अलग है।तो यह शहद जिस तरह से तैयार होता है, वो भी काफी खास है। साथ ही मनुका शहद(Manuka Honey) की कीमत इसे खास बनाती हैं आइए जानते हैं इस शहद के बारे में और महंगा होने के बाद भी ये क्‍यों इतना डिमांड में है, ये भी आपको बताते हैं.

Manuka Honey

यह शहद को लेप्टोस्पर्मम स्कोपेरियम पेड़ से तैयार किया जाता है और ख़ास बात यह है कि यह पेड़ सिर्फ न्‍यूजीलैंड में पाया जाता है और बहुत ही सीमित मात्रा में है। इस पेड़ को न्‍यूजीलैंड में स्‍थानीय भाषा में माओरी कहते हैं. मनुका शहद(Manuka Honey), न्‍यूजीलैंड की एक सबसे बड़ी खासियत है. दुनिया में जिस तरह से बाकी के शहद तैयार किए जाते हैं, मनुका उस तरह से तैयार नहीं होता है।

मनुका शहद को स्‍वास्‍थ्‍य के लिए एक खास प्रॉपर्टी माना जाता है. इसकी कीमतें बाकी शहद से 1, 2 नहीं बल्कि पूरे 100 गुना ज्‍यादा होती हैं। 100 ग्राम शहद की कीमत 99 डॉलर यानी भारतीय रुपयों में 7435 रुपए है। विशेषज्ञों के मुताबिक जिस पेड़ से ये शहद तैयार किया जाता है, वो अपने आप में ही खास है। इस शहर को पर्यावरण का प्रतिनिधित्‍व तक करार दिया जाता है।

विशेषज्ञों कहते हैं कि ये शहद एटेयोरा की पहचान है. एटेयोरा यानी न्‍यूजीलैंड का वो आदिवासी समुदाय है जो माओरी भाषा को बोलता है. मनुका पेड़ न्‍यूजीलेंड में बहुत ज्‍यादा हैं ऐसा भी नहीं है। दुनिया में बनने वाले कुल शहद का बस 1 फीसदी शहद ही इस पेड़ से तैयार होता है. इस शहद को लिक्विड गोल्‍ड तक कहा जाता है. मनुका का पेड़ बहुत ऊँची पहाड़ी ढालनो पर उगता है और इस वजह से भी मधुमक्‍खी पालने वाले लोगों के लिए इसे हासिल करना मुश्किल हो जाता है।

शहद इकट्ठा करने के अलावा जिस फूल से यह बनता है, वो भी बहुत कम समय के लिए खिलता है। हर साल हफ्ते में बस 2 से 8 हफ्ते ही होते हैं जब मनुका का फूल खिलता है। मनुका पेड़ अस्‍थायी होता है और बहुत कुछ मौसम पर निर्भर करता है। मौसम की स्थितियां इसके फूल के खिलने पर बड़ा प्रभाव डालती हैं और इसी वजह से यह एक सीमित समय के लिए खिलता है. खराब मौसम की वजह से इसकी खेती को बहुत मुश्किल माना जाता है. फसल का उत्‍पादन कम होने से इस शहद की कीमतें और ज्‍यादा हो जाती है।

 

मनुका शहद(Manuka Honey)

 शहद को खास बनाने वाली कुछ और वजहें

शहद कई तरह का होता है लेकिन मनुका शहद को दुनिया का सबसे अच्छा शहद माना जाता है। वेल्स यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर रोज के अनुसार कि यह शहद काफी असरदार है। इस शहद को मधुमक्खियां मनुका वृक्षों से पराग से शहद को इकट्ठा करती है। यह काफी पतला होता है। इसकी गुणवत्ता पर मौसम के अलावा मिट्टी की किस्‍म, पेड़ की स्थिति और मधुमक्‍खी की सेहत भी शहद को बेहतर बनाने का काम करती है. मनुका का फूल जब खिलता है तो कम तापमान से लेकर बहुत ज्‍यादा हवा भी मधुमक्खियों को प्रभावित कर सकती है. साथ ही मिट्टी में मौजूद pH और मिनरल का स्‍तर भी पेड़ के स्‍वास्थ्‍य को प्रभावित करता है. इसकी वजह से फूल पर भी असर पड़ता है. हाई क्‍वालिटी के मनुका हनी को इकट्ठा करना और फिर मक्खियों के स्‍वास्‍थ्‍य को अच्‍छा रखना मधुमक्‍खी पालकों के लिए सबसे बड़ा काम होता है. वो इस बात को सुनिश्चित रखते हैं कि शहद शुद्ध हो और साथ ही मक्खियों पर इसकी वजह से ज्‍यादा तनाव न पड़े.

 

मनुका शहद(Manuka Honey)

शहद के फायदों के बारे में भला कौन नहीं जानता। सर्दी-जुकाम से लेकर weight loss तक और सुंदरता को निखारने के लिए शहद के फायदों की लंबी सूची हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि दुनिया में एक ऐसा शहद भी उपलब्ध है जिससे रोग ठीक करने से लेकर घाव भरने जैसे कई औषधीय गुण पाएं जाते हैं। मनुका हनी का प्रयोग कई तरह के हेल्‍थ और ब्‍यूटी प्रोडक्‍ट्स में भी किया जाता है. इस शहद में मौजूद एंटी-बैक्टिरियल और एंटी-इनफ्लैमेटरी तत्‍वों की वजह से इसका प्रयोग स्किन प्रॉडक्‍ट्स में होने लगा है. मनुका शहद की सबसे खास बात यह है कि इसका इस्तेमाल bacteria को दूर करने के लिए एक दवाई के रूप में किया जा सकता है। जी हां nature से अधिक चिपचिपा होने के नाते मनुका शहद खुले घाव में infection के प्रवेश से रोकता है। यानि मनुका शहद(Manuka Honey) के इस्तेमाल से ना सिर्फ घाव जल्दी ठीक होता है, बल्कि उससे दाग भी नहीं पड़ते और घाव से बदबू भी नहीं आती है। इस शहद को जले हुए घाव, छालों जैसी गंभीर चोटों की ड्रेंसिंग करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

Panchayat Elections; मतदान प्रशिक्षण में गैरहाजिर 5 प्रोफेसरों पर लटकी निलंबन की तलवार, 8 शिक्षक सस्पेंड