Chandigarh : पुलिस ने क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) को रविवार को जातिगत टिप्पणी करने पर गिरफ्तार (Arrest) कर लिया। उन्हें हिसार के हांसी में गिरफ्तार किया गया।
Yuvraj पर क्रिकेटर रोहित शर्मा से लाइव चैट के दौरान युजवेंद्र चहल की जाति को लेकर कमेंट करने का आरोप है। अरेस्ट करने के बाद Yuvraj को जमानत भी दे दी गई और उनका मोबाइल जब्त कर लिया गया। पुलिस ने हाईकोर्ट (High Court) के निर्देश पर कार्रवाई की है।
हांसी पुलिस के DSP विनोद शंकर से मिली जानकारी के मुताबिक, Yuvraj Singh को इस मामले की जांच में शामिल करने के लिए गिरफ्तार किया गया। उन्हें दो बार पहले जांच में शामिल किया गया था। वर्ग विशेष पर जातिगत कमेंट करने के मामले में सबूत जुटाने के लिए पुलिस ने युवराज का मोबाइल जब्त किया गया।
मामले के मुताबिक, क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने पिछले साल इंस्टाग्राम (Instagram) पर युजवेंद्र चहल से वीडियो चैटिंग (Videos Cheating) करते हुए दलित समाज पर अपमानजनक टिप्पणी की थी। उनका यह Video सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
इस मामले में हांसी पुलिस (Hansi Police) ने रजत कल्सन की शिकायत पर युवराज सिंह के खिलाफ SC/ST Atrocities Act के खिलाफ केस दर्ज किया था। मामले को खारिज कराने के लिए युवराज सिंह ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट (Punjab-Haryana HC) में याचिका दायर की थी। याचिका पर सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने हरियाणा पुलिस को युवराज सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने का आदेश दिया था।
हांसी पुलिस अब युवराज सिंह (Yuvraj Singh) के खिलाफ Court में चालान पेश करेगी। इसके बाद युवराज को विशेष अदालत से नियमित जमानत लेना पड़ेगी। उन्हें हिसार में अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार अधिनियम (SC/ST Atrocities Act) के तहत विशेष अदालत में हर सुनवाई पर पेश होना पड़ेगा।
यदि उन पर अपराध साबित हो गया तो Yuvraj SIngh को 5 साल तक की सजा हो सकती है। High Court के आदेश के बाद ही Yuvraj Singh जांच में शामिल होने हिसार पहुंचे थे। उनके साथ 4-5 लोग और वकील भी चंडीगढ़ से पहुंचे थे। कार्रवाई और पूछताछ के बाद युवराज रवाना हो गए।
VIP ट्रीटमेंट का आरोप
शिकायतकर्ता रजत कल्सन का आरोप है कि हरियाणा पुलिस (Haryana Police) ने युवराज सिंह को VIP की तरह ट्रीटमेंट दिया। पुलिसवाले उनके साथ सेल्फी लेते देखे गए। उन्हें गजेटेड ऑफिसर मेस में जूस और स्नैक्स खिलाया गया और जानबूझकर इस मामले को मीडिया से दूर रखा गया। शिकायतकर्ता ने इस मामले में युवराज सिंह को अंतरिम जमानत (Interim Bail) देने के पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट (Punjab-Haryana HC) के फैसले को सुप्रीम कोर्ट (SC) में चुनौती दी है, जिस पर सुनवाई अभी होना है।