Zika Virus Guideline: महाराष्ट्र में जीका का प्रकोप! स्वास्थ्य मंत्रालय से जारी एडवाइजरी !
जीका वायरस मुख्य रूप से एडीज़ मच्छरों द्वारा फैलता है, जो अधिकतर दिन में काटते हैं।जीका वायरस से संक्रमित अधिकांश लोगों में लक्षण विकसित नहीं होते; जिनमें लक्षण विकसित होते हैं, उनमें आमतौर पर चकत्ते, बुखार, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, अस्वस्थता और सिरदर्द जैसे लक्षण होते हैं, जो 2-7 दिनों तक बने रहते हैं।गर्भावस्था के दौरान जीका वायरस के संक्रमण से शिशुओं में माइक्रोसेफेली और अन्य जन्मजात विकृतियां पैदा हो सकती हैं, साथ ही समय से पहले जन्म और गर्भपात भी हो सकता है।
महाराष्ट्र में जीका वायरस के मामले पाए जाने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि वे गर्भवती महिलाओं में संक्रमण की जांच करके तथा जीका से संक्रमित पाई गई गर्भवती महिलाओं के भ्रूण के विकास पर निगरानी रखकर निरंतर निगरानी बनाए रखें।
स्वास्थ्य सुविधाओं और अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वे एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति करें जो परिसर को एडीज मच्छरों से मुक्त रखने के लिए निगरानी और कार्रवाई करेगा।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) डॉ. अतुल गोयल ने एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि राज्यों को आवासीय क्षेत्रों, कार्यस्थलों, स्कूलों, निर्माण स्थलों, संस्थानों और स्वास्थ्य सुविधाओं में कीट विज्ञान निगरानी को मजबूत करने और वेक्टर नियंत्रण गतिविधियों को तेज करने के लिए भी कहा गया है। राज्यों से यह भी आग्रह किया गया है कि वे किसी भी पहचाने गए मामले की तुरंत एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) और राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीवीबीडीसी) को रिपोर्ट करें।
पुणे में 6 जीका के केस
आपको बता दें कि बीती 1 जुलाई को पुणे में दो गर्भवती महिलाओं समेत छह लोग जीका वायरस से संक्रमित पाए गए। शहर के एरंडवाने इलाके में चार और मुंधवा इलाके में दो मामले सामने आए।
महाराष्ट्र जीका की चपेट में
भारत में 2016 में गुजरात राज्य से जीका का पहला मामला सामने आया था। उसके बाद से, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, राजस्थान, केरल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और कर्नाटक जैसे कई अन्य राज्यों में भी मामले सामने आए हैं। 2024 में 2 जुलाई तक, महाराष्ट्र ने पुणे से 6, कोल्हापुर से एक और संगमनेर से एक मामले की सूचना दी है।
गर्भवती महिलाओं के लिए घातक
यह वायरस संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से फैलता है, जो डेंगू और चिकनगुनिया जैसे संक्रमण फैलाने के लिए भी जाना जाता है। इस वायरस की पहचान सबसे पहले 1947 में युगांडा में हुई थी। गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस के कारण भ्रूण में माइक्रोसेफली (एक ऐसी स्थिति जिसमें असामान्य मस्तिष्क विकास के कारण सिर काफी छोटा हो जाता है) हो सकता है।
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