Crooks Became Fake RTO : फर्जी RTO अधिकारी बनकर लूटपाट करने वाले छः बदमाश पकड़ाए!

लूटपाट में एमपी पुलिस लिखा हुआ धार एसडीओ का बोलेरो वाहन भी जब्त!

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Crooks Became Fake RTO : फर्जी RTO अधिकारी बनकर लूटपाट करने वाले छः बदमाश पकड़ाए!

मनावर से स्वप्निल शर्मा की रिपोर्ट

Manawar : फर्जी आरटीओ अधिकारी बनकर और ‘एमपी पुलिस’ लिखे हुए बोलेरो वाहन से लूटपाट करने वाले छः शातिर बदमाशों को सोमवार को मनावर पुलिस ने गिरफ्तार किया। लूटपाट में उपयोग बोलेरो वाहन हाउसिंग बोर्ड धार के SDO का था, जिसे उनका साला लूटपाट करने में उपयोग कर रहा था।

एसडीओपी धीरज बब्बर ने बताया कि मान नदी की पुलिया पर सीमेंट फैक्ट्री से डंपर लेकर आ रहे फरियादी संजय भाटी को पुलिया पर सादे कपड़ों में खड़े एक व्यक्ति ने रोका। इसके बाद डंपर के पास आकर वह व्यक्ति बोला की रात्रि में डंपर लेकर कहा जा रहे हो, आरटीओ साहब गाड़ी में बैठे है, तुम्हे डंपर के कागजात व एक हजार रूपए चालान के देना पडेगा। फरियादी भाटी ने बताया कि एमपी पुलिस लिखी हुई बोलेरो के पास जाकर देखा कि उसमें पांच अन्य लोग बैठे हुए थे। दो व्यक्तियों के पास हाथ में डंडे थे। यह देखकर मै डंपर के पास जाने लगा तो बोलेरो में बैठे हुए व्यक्तियों ने नीचे उतरकर मुझे जबरन बोलेरो में बैठा लिया और मेरे साथ मारपीट कर मेरे पास रखे हुए 15 हजार रुपए जेब से निकाल लिए। बाद में मुझे बोलेरो से बाहर फेंक दिया। घायल फरियादी भाटी ने उक्त घटना की थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।

टीआई नीरज बिरथरे को भी घटना की सूचना मिली। इस पर दूसरे दिन रात्रि में उपनिरीक्षक राहुल चैहान की टीम ने नहर वाले टोंकी रोड की पुलिया के पास संदिग्ध अवस्था में लूट करने की नीयत से बोलेरो (MP 04 TB 3528) में घूम रहे छः संदिग्धों को बोलेरो सहित पकड़ा। सख्ती के साथ नाम पता पूछने पर पकड़े गए संदिग्धों में 22 वर्षीय यशवंत पिता सखाराम वास्केल, 23 वर्षीय मदन पिता जगदीश मुवेल दोनों निवासी धनोरा, 22 वर्षीय अभिषेक पिता महेश जायसवाल निवासी टेमरिया, 20 वर्षीय विजय पिता रामसिंह निंगवाल निवासी खेड़ी बुजुर्ग, 22 वर्षीय सोहन पिता सीताराम डावर निवासी राजूखेड़ी व 25 वर्षीय सुनिल पिता बुदा मुवेल निवासी सूलीबयड़ी बताया।

बदमाशों से पूछताछ करने पर उन्होंने डंपर चालक के साथ मारपीट और लूटपाट करना स्वीकार किया। आरोपियों से जब्त बोलेरो वाहन पुलिस हाउसिंग बोर्ड धार के SDO सुरेश अलावा के पास अटैच थी। जबकि, एसडीओ के अवकाश पर होने पर उनका साला यशवंत वास्केल इस बोलेरो का लूटपाट में अपने साथियों के साथ उपयोग कर रहा था।