
10-day Swadeshi Product Mela : स्वदेशी उत्पाद को बढ़ावा देना हमारा मुख्य ध्येय, हम सभी का दायित्व देश-हित में स्वदेशी उत्पाद से जुड़े: बोले मंत्री काश्यप
स्वदेशी उत्पाद की खरीदी और उद्योगों को भी बढ़ावा देना हमारा मुख्य ध्येय, फलस्वरुप लोगों का रुझान स्वदेशी उत्पाद के लिए बड़े: वरुण पोरवाल
स्वर्णिम भारत-वर्ष फाउंडेशन और स्वदेशी जागरण मंच के बेनर तले आयोजन!
Ratlam : आज विश्व में अनेक देश आर्थिक शक्ति बने हुए है और आर्थिक शक्ति बनने के लिए अपने देश के प्रति स्व की भावना होना बहुत जरुरी हैं जब ही आप विकसित राष्ट्र बन सकते हैं, इस का जीता जगता उदाहरण जापान हैं जिस पर परमाणु हमले के बाद भी वहां के लोगों में स्वदेशी की भावना की वजह से आज विषम परिस्थिति के बावजूद बहुत जल्दी आर्थिक संपन्न बन गया।

शनिवार को शहर के अम्बेडकर ग्राउंड में स्वर्णिम भारतवर्ष फाउंडेशन, स्वदेशी जागरण मंच के तत्वावधान में आयोजित स्वदेशी उत्पाद मेले के शुभारंभ अवसर पर केबिनेट मंत्री चैतन्य काश्यप ने कही उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में स्वदेशी का बहुत महत्त्व हैं, हमारा भी दायित्व हैं कि हम स्वदेशी से जुड़े। देश में 600 से अधिक स्थानों पर स्वदेशी मेले का आयोजन हो रहा है, इसमें जनता के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों को भी अपने मन में भाव जगाना पड़ेगा।
स्वदेशी एक संस्कार हैं इसको सिर्फ बोलने से काम नहीं चलेगा। हमें तीन बिंदुओं पर काम करना पड़ेगा। पहला स्वदेशी के प्रति समाज में जाग्रति लाना, दुसरा व्यापारियों के मन में स्वदेशी का भाव लाना और तीसरा स्वदेशी वस्तु के उत्पादन में वृद्धि। हमें समाज के हर वर्ग में स्वदेशी को अपनाने के लिए जागृति लाना होगी और उसके साथ-साथ व्यापारियों को स्वदेशी उत्पाद को बेचने के लिए प्रेरित करना होगा, लधु उद्योग, कुटिर उद्योग को बढ़ावा देने मध्यप्रदेश सरकार फोकस कर रही हैं। आज के दौर में मध्य प्रदेश शासन स्वदेशी के प्रति लोगों के मन मे आकर्षण बढ़ाने के लिए मेले आयोजित कर रहीं हैं इसके लिए हमें अपने-आप में स्वदेशी का भाव जगाने की आवश्यकता हैं।

शहर के अंबेडकर ग्राउंड में कार्यक्रम का शुभारम्भ भगवान श्री राम की आरती कर मां भारतीय और महापुरुषों के चित्रों पर पुष्पांजलि कर हुआ तत्पश्चात बालिकाओं द्वारा सुन्दर नृत्य की प्रस्तुति दी गई। काश्यप ने मेला संयोजक वरुण पोरवाल एवं उनकी पूरी कार्यकारिणी टीम को बधाई देते हुए रतलाम में प्रथम बार स्वदेशी मेला आयोजित करने के संकल्प को मूर्त रूप देना प्रशंसनीय कार्य बताया।
मेले के प्रमुख आकर्षण!
आकर्षक श्री राम मंदिर, 150 से अधिक विभिन्न राज्यों के स्वदेशी वस्तुओं के स्टॉल, आकर्षक झूलें, सांस्कृतिक कार्यक्रम, विभिन्न प्रतियोगिताएं, स्थानीय संस्थाओं को मिला मंच।
स्वयं सेवक संघ के मालवा प्रान्त के सह व्यवस्था प्रमुख बलवंत हाडा मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित करते हुए कहा की भारत देवों की भूमि हैं भारत की आत्मा स्व में है, पहले के समय मे हम वस्तुओं का परस्पर आदान-प्रदान कर अपना काम करते थे, मगर इसका मूल भाव स्व ही था। भारत स्व के अधीन तो आ गया मगर स्वतंत्र नहीं हुआ यानी तंत्र अपने अधीन नहीं हुए। हमें स्व पर काम करना है।

स्व भाषा, स्व भूषा पहनावा, स्व कुटुंब, स्व भोजन, स्व भजन और जिनमे स्व शब्द समाहित हो हमें उनपर ध्यान देना होगा। हमें भारत मे बनी हुई वस्तु का उपयोग करना है, आज विश्व हमें टेरीफ के नाम पर डरा रहा है उससे हमें निकलने का सबसे अच्छा रास्ता है स्वदेशी वस्तु का प्रयोग।
महापौर प्रहलाद पटेल ने कहा कि मेला देश की धरोहर हैं मगर स्वदेशी मेला हमारी देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए आयोजित होते हैं, मोदीजी स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत पर काम करते हुए स्वदेशी पर जोर दे रहे है हमें उनके कदमों पर आगे बढ़ना है।
मेला संयोजक वरुण पोरवाल ने उद्बोधन में कहा कि कुछ दिन पहले केबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप द्वारा युवा चेतना समारोह से द्वढइच्छाशक्ति की प्रेरणा ले मात्र 5-7 दिन के अल्प समय में इस मेले को मूर्त रूप दिया गया हैं, इस प्रकल्प में हमें स्वदेशी की खरीदी के साथ उद्योगों को भी बढ़ावा देना हैं जिससे कि लोगों का आकर्षण स्वदेशी ब्रांड्स के लिए बड़े, पोरवाल ने निवेदन किया कि रतलाम की जनता इस मेले में ज्यादा से ज्यादा आएं जिससे स्वदेशी वस्तुओं के प्रति जागरूकता बड़े, इसके लिए युवा वर्ग को भी आगे आना पड़ेगा। कार्यक्रम को स्वदेशी जागरण मंच के मालवा प्रान्त संयोजक डॉ विशाल पुरोहित ने भी सम्बोधित किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से मालवा प्रान्त मेला प्रमुख गजेंद्र नारंग, भाजपा नेता मनोहर पोरवाल, मेला आयोजन समिति के श्रीकांत डोसी, ललित चोपडा, राजकमल दुबे, संजय बाफना, विशाल डांगी थे। संचालन विकास सेवाल ने तथा आभार स्वतंत्र पाल सिंह देवड़ा ने माना!





