1841 Cr MD Drug Case Bhopal: ड्रग्स बनाने का सामान भोपाल पहुंचाने वाला खोलेगा कई राज,मंदसौर पुलिस जुटी पाटीदार की तलाश में
भोपाल: भोपाल के बगरोदा इंडस्ट्रियल एरिया की फैक्ट्री में पकड़े गए 1814 करोड़ की मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स के मामले में मंदसौर पुलिस की परेशानी बढ़ गई है। यहां का रहने वाला एक युवक इस पूरे नेटवर्क का अहम हिस्सा है, लेकिन उसे गुजरात की एटीएस और एनसीबी पकड़ नहीं सकी। अब उसे पकड़ने की जिम्मेदारी मंदसौर पुलिस को देकर दोनों ही टीम वापस चली गई है।
मंदसौर का रहने वाला हरीश आंजना इस पूरी नेटवर्क का अहम हिस्सा है। उसका साथी प्रेमसुख पाटीदार भी इस नेटवर्क का अहम हिस्सा बताया जाता है। प्रेमसुख ड्रग सप्लायर के तौर पर इस पूरे नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। यह एक अहम कड़ी है। यह ड्रग्स बनाने का सामान भोपाल भी पहुंचाता था। पाटीदार को इस नेटवर्क के तार कहां-कहां तक जुड़े हुए हैं, इसकी पूरी जानकारी है। यह मंदसौर का रहने वाला है और हरीश आंजना के संपर्क में लगातार रहता था। हरीश आंजमा को एटीएस गुजरात लेकर गई है। उससे पूछताछ की जा रही है। इधर प्रेमसुख पाटीदार की तलाश में मंदसौर पुलिस लगातार छापे डाल रही है। उससे सभी ठिकानों पर पुलिस ने अब तक दबिश दे दी है, लेकिन उसका पता नहीं चल रहा है।
प्रेमसुख कई प्रांतों में है सक्रिय
प्रेमसुख पाटीदार मंदसौर में रहते हुए देश के कई प्रांतों में सक्रिय रहता है। वह राजस्थान, गुजरात के साथ ही महाराष्ट्र के कई लोगों से संपर्क में हैं। पाटीदार भी इस पूरे नेटवर्क के मास्टर माइंड सान्याल बाने से सीधे संपर्क में रहता था। पाटीदार लगातार भोपाल आता जाता था। सान्याल के जरिए उसने महाराष्ट्र में भी अपनी पैठ बना ली थी। सान्याल नासिक का रहने वाला है और अब उसका पूरा परिवार मुंबई में रहता है। एटीएस गुजरात सान्याल बाने के साथ ही अमित चतुर्वेदी और हरीश आंजना से पूछताछ कर रही है। इन तीनों से पूछताछ में कई खुलासे हो सकते हैं। इनसे पूछताछ के बाद कुछ और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
————
प्रेमसुख पाटीदार की तलाश कर रहे हैं। हमारी कई टीमे उसके ठिकानों पर जा चुकी है।
मनोज कुमार सिंह, डीआईजी
रतलाम