27 Selected from MP in UPSC : मध्यप्रदेश से 27 परीक्षार्थियों ने UPSC में परचम।लहराया!
Bhopal : मंगलवार को सिविल सर्विसेस की मुख्य परीक्षा 2023 का अंतिम रिजल्ट घोषित कर दिया गया। मध्य प्रदेश के 27 प्रतियोगी चयनित हुए। इनमें 11 भोपाल रहने वाले हैं। भोपाल के अजय जैन ने देश में 16वीं रैंक प्राप्त की। जबकि, भोपाल के तेजस अग्निहोत्री को 27वीं रैंक मिली। ग्वालियर की मान्या को 84वीं रैक प्राप्त हुई। धार जिले के राजगढ़ की माही शर्मा को 106वीं रैंक मिली और वे आईपीएस बनी हैं।
आईएएस की बेटी भी आईएएस
भोपाल की छाया सिंह ने पूरे देश भर में 65वी रैंक हासिल की। उन्होंने चौथे प्रयास में सफलता प्राप्त की। इसके अलावा 2021 में सीएसई में 288 रेंक लेकर छाया आईडीएएस बनी थीं। छाया ने यूपीपीसीएस – 2020 भी पास की और महिला बाल विकास अधिकारी पद हासिल किया था। इसी के साथ उनका आईएएस बनने का सपना भी पूरा हो गया। इसके लिए वे लंबे समय से मेहनत कर रही थीं। छाया सिंह के पिता भी IAS हैं। छाया के पिता फिलहाल राजस्व मंडल ग्वालियर में अपर आयुक्त के पर पदस्थ हैं। चयनित हुए परीक्षार्थियों के घर में उत्सव का माहौल है।
धार जिले के राजगढ़ की एक किराना व्यवसायी की बेटी माही शर्मा ने 106वीं रैंक लेकर यूपीएससी में सफलता प्राप्त की है उनकी कोशिश तो आईएएस बनने की थी लेकिन रैंक की वजह से उन्हें आईपीएस मिली लेकिन माही का कहना है कि वह अपने अगले प्रयासों में इस बनाकर बताएगी।
वकील का बेटा बना अफसर
बैतूल जिले के मोरखा गांव निवासी शुभम रघुवंशी का चयन हुआ। शुभम ने तीसरे प्रयास में परीक्षा में 556 वीं रैंक प्राप्त की। अधिवक्ता भोजराज रघुवंशी और शिक्षिका अनिता रघुवंशी के पुत्र शुभम ने प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मोरखा के शासकीय स्कूल में प्राप्त की। बैतूल के उत्कृष्ट स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय भोपाल से करने के साथ ही सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। एलएलबी की पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली में जाकर यूपीएससी की कोचिंग शुरू की। तीसरे प्रयास में शुभम ने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल करते हुए 556वीं रैंक प्राप्त की।
विंध्य का नाम रोशन किया
रीवा की वेदिका बंसल ने विंध्य का नाम किया रोशन, यूपीएससी में 96वीं हासिल की। यूपीएससी का परिणाम आने के बाद सतना जिले के जैतवारा की रहने वाली वेदिका बंसल ने यूपीएससी की परीक्षा पास की है। वर्तमान में वे रीवा शहर के हेडगेवार नगर में रह रही है। मीना बंसल पत्नी स्व अरुण बंसल की बेटी वेदिका बंसल ने माता-पिता के सपनों को पूरा किया। बचपन से उच्च सेवा के प्रति आकर्षण की भावना से मोहित होकर अपनी पढ़ाई पूरे लगन से जारी रखी और प्रथम प्रयास में ही 96वीं रैंक लाकर रीवा का नाम रोशन किया।
सतना की काजल भी चयनित
सतना की बेटी ने यूपीएससी परीक्षा पास करके सतना का नाम रोशन किया है। काजल सिंह पिता विजय सिंह यूपीएससी की परीक्षा में 485 रैंक हासिल कर परीक्षा पास की है। काजल के पिता शहर के कोलगवां थाने में उपनिरीक्षक पद पर पदस्थ हैं। जबकि, मां मीरा सिंह हाउसवाइफ हैं। काजल सिंह ने बताया कि उनकी स्कूली शिक्षा सेंट मैरी स्कूल सतना से हुई। जबकि उन्होंने स्नातक की पढ़ाई शासकीय महाविद्यालय गहरा नाला सतना से पूरी की है। वे 2 साल से वह दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। 2 साल लगातार मेहनत करने के बाद उन्हें सफलता मिली है। उन्होंने बताया कि यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए वह नियमित 16 से 17 घंटे पढ़ाई करती थी। उनके पिता उप निरीक्षक विजय सिंह बताते हैं कि बेटी बचपन से ही पढ़ने में काफी मेधावी रही है। बचपन से ही हुआ अधिकारी बनने की बात कहती थी लेकिन आज उसने यह करके सबको दिखा दिया।
किसान का बेटा बना आईएएस
छतरपुर से दो युवाओं ने यूपीएससी के फाइनल रिजल्ट में अपनी जगह बनाई है। कुलदीप पटेल और प्रज्जवल चौरसिया आईएएस बन गए हैं। छतरपुर जिले की गौरिहार तहसील के छोटे से गांव रजौरा से 22 वर्ष की उम्र में कुलदीप पटेल पुत्र राजकुमार पटेल पेशा खेती किसानी (लघु किसान) ने समूचे मध्यप्रदेश मे 181वीं रैक से यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की है। परिवार व क्षेत्र का नाम रोशन करने मे कुलदीप ने आईएएस बनकर जिले का नाम रोशन किया। क्षेत्र से पहली बार किसान का पुत्र आईएएस बना है। रिजल्ट आने के बाद घर में बधाईयों का तांता लगा रहा। कुलदीप ने स्नातक की पढ़ाई के बाद कोचिंग कर आईएएस की तैयारी शुरू कर दी थी।