3 Deaths: 2 नाबालिग की नर्मदा में डूबने से मौत, आरक्षक झूला फांसी पर
संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की रिपोर्ट
नर्मदापुरम। सेठानी घाट पर आज दो अलग अलग घटनाओं में तीन मौतें हो गईं। सुबह 2 नाबालिग लड़कों की डूबने से मौत हो गई। दोनों लड़कों की उम्र 15 साल बताई जा रही है, दोनों मामा-बुआ के बेटे भाई भाई थे। कुणाल पटेल इटारसी के ग्राम सोनासांवरी और अक्षत पटेल मेहरागांव का रहने वाला था।
घटना सुबह 9 से 10 बजे की बताई जा रही है। दोनों का परिवार और रिश्तेदार आज मोहिनी एकादशी के भंडारे के लिए मंगलवारा घाट पर आए थे।
दोनों किशोर नहाने का कहकर सुबह 9 बजे सेठानी घाट के लिए निकले थे। डेढ़ दो घंटे बाद भी नहीं लौटने पर परिजनों ने उन्हें ढूंढना शुरू किया। सोशल मीडिया पर भी दोनों की तस्वीर डालकर उनके लापता होने का मैसेज पोस्ट किया।
परिजन ढूंढते हुए सेठानी घाट पहुंचे। घाट पर सीढ़ी पर उनके कपड़े दिखे। फिर उनकी तलाश शुरू की गई। घाट पर मौजूद होम गार्ड स्टाफ और गोताखोरों ने दोनों लड़कों को नदी में ढूंढना शुरू किया। दोपहर करीब पौने दो बजे दोनों बालक को रेस्क्यू कर निकाला गया। लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। एसडीओपी पराग सैनी ने बताया कि डूबने वाले लड़कों के नाम कुणाल (15) पिता महेंद्र पटेल सोनासांवरी (15) और अक्षत पिता कैलाश पटेल (15) निवासी मेहरागांव हैं। घटना के बाद परिवार और रिश्तेदार पोस्टमार्टम कक्ष पहुंचे। किशोरों की इस दुखद मौत से दोनों के परिवार में मातम छा गया । माता पिता समेत अन्य का रो-रो कर बुरा हाल है।
वहीं आज ही नर्मदापुरम की नंदविहार कालोनी में रहने वाले एक पुलिस कर्मी ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। घटना शनिवार-रविवार की रात करीब 1 बजे की है। घर में पुलिसकर्मी का शव फांसी के फंदे पर झूलता हुआ मिला। जिसे फंदे से निकाल परिजन जिला अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया। पुलिस कर्मी अमित पिता रामनारायण गौर (42) नंदविहार कॉलोनी नर्मदापुरम में रहते थे। उनकी पोस्टिंग हरदा पुलिस विभाग में थी। वे हरदा एडिशनल एसपी की गाड़ी के ड्राइवर थे। अमित गौर ने फांसी क्यों लगाई, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। कोतवाली थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया।
एसआई डीएल विश्वकर्मा ने बताया कि आरक्षक अमित ने घर में फांसी लगाई। परिजन उसे अस्पताल ले आए थे। कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। अधिक शराब पीने की बात अवश्य सामने आ रहीं है। मामले में जांच की जा रही है। रविवार को सुबह जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम हुआ। जिसके बाद परिजन शव घर ले गए।
एसडीओपी पराग सैनी ने बताया आरक्षक अमित हरदा में पदस्थ था। उसने सुसाइड क्यों किया यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। वहीं हरदा एएसपी राजेश्वरी ने बताया कि अमित आरक्षक थे और मेरी सरकारी गाड़ी चलाते थे। आखिरी बार शुक्रवार को वे आएं थे। शनिवार को आना था, लेकिन वे नहीं आएं। आरक्षक अमित कभी ऐसे कोई तनाव में भी नहीं दिखा।