300 Boxes of Illegal Liquor Seized : पुलिस ने मीठी सुपारी से भरे ट्रक में 300 पेटी अवैध शराब पकड़ी!
Indore : डीसीपी विनोद कुमार मीणा को मिली सूचना पर इंदौर से गुजरात की तरफ ले जाई जा रही लगभग 20 लाख कीमत की 300 पेटी अवैध शराब पकड़ाई। जानकारी मिलने के बाद 8 स्थानों पर नाकाबंदी की गई। सूचना के अनुसार सफेद तिरपाल से ढकी एक आयशर वाहन वाहन (MH 18/ BA 0089) गुजरात की ओर जा रहा है मिली। आबकारी विभाग को इस तरह के शराब परिवहन की सूचना ही नहीं रहती!
थाना प्रभारी राजेश साहू ने बताया कि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के चलते थाना क्षेत्र में आठ चेकिंग पाइंट बनाए गए। चेकिंग पाइंट से हर आने-जाने वालों को रोककर पूछताछ की गई। इसी दौरान सूचना मिली की सफेद तिरपाल से ढंकी आयशर गाड़ी छोटा बांगड़दा क्षेत्र से गुजरने वाली है। सूचना पर तत्काल एक टीम गठित कर छोटा बांगड़दा में लगाई गई।
एरोड्रम थाने की पुलिस की नाकाबंदी में वाहन को सुपर कॉरिडोर रोड़ पर छोटा बागडदा चौराहे के पास घेराबंदी कर वाहन को रोकने का प्रयास किया। किंतु, वाहन चालक द्वारा वाहन को तेजगति से निकाला गया जिसे आगे घेराबंदी करके रोका गया। पुलिस ने गाड़ी को रोककर उसके चालक से कागजात पूछते उसने वाहन में सुपारी परिवहन कर अहमदाबाद ले जाना बताया जिसके कागजात भी बताए।
परंतु विश्वस्त सूचना तथा चालक द्वारा वाहन भगाने का प्रयास व उसके हाव-भाव संदिग्ध लगने पर गाड़ी की सघन तलाशी की गई। जिसमें सुपारी के 123 कट्टो के नीचे छिपाकर रखी अंग्रेजी शराब मिली। जिसके संबंध में पूछताछ करने पर कोई संतोषजनक जवाब व कागजात नहीं बताए।
उक्त वाहन में अवैध अंग्रेजी शराब की 300 पेटी मिली, जिसमें लंदन प्राइड की 120 पेटी, माउंट-6000 की 122 पेटी, रॉयल स्टेज की 8 पेटी, गोवा व्हिस्की की 50 पेटी इस प्रकार कुल 300 पेटी (कुल 3451 बल्क लीटर) मिली। जिसकी कीमत 20 लाख रुपये के करीब आंकी गई। साथ ही अपराध में प्रयुक्त आयशर वाहन को जब्त कर आरोपी के विरूध्द आबकरी एक्ट की कार्यवाही कर आबकारी एक्ट का पंजीबध्द कर अनुसंधान में लिया गया. जिसमें विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
मौके पर वाहन चालक से पूछताछ करते वाहन चालक द्वारा अपना नाम जितेंद्र वास्कले (उम्र 29 वर्ष) निवासी पालदा इंदौर का होना बताया गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि यह शराब देवास नाका स्थित वाइन शॉप से लोड की है। आयशर वाहन से अहमदाबाद डिलीवरी देने जा रहा था। आरोपी लंबे समय से शराब का परिवहन कर रहा था। आरोपी ने यह नहीं बताया कि शराब परिवहन के एवज में उसे क्या मेहनताना मिलता था। पुलिस यह पता कर रही है कि अहमदाबाद में शराब किसे दी जा रही थी।
विभाग की निष्क्रियता उजागर
इतने बड़े पैमाने पर अवैध रुप से शराब प्रदेश से बाहर परिवहन की जा रही है और आबकारी विभाग को भनक तक नहीं लग पाई। जबकि, कुछ दिन पहले ही विभाग ने सभी दुकानों के स्टाक का निरीक्षण किया था। रोजाना शहर की शराब दुकानों से सैकड़ों पेटियां बाहरी राज्यों, जिलों में आवाजाही करती है। आबकारी विभाग दिखावे की कार्रवाई करता है।