MP के 52 IAS अधिकारी देखने निकले स्कूल, बच्चों, शिक्षकों को कर रहे मोटिवेट

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Minor Administrative Reshuffle

MP के 52 IAS अधिकारी देखने निकले स्कूल, बच्चों, शिक्षकों को कर रहे मोटिवेट

भोपाल:
मध्यप्रदेश के 52 IAS अफसर स्कूल चले हम अभियान के तहत प्रदेशभर के स्कूलों के निरीक्षण के लिए निकले है। वे वहां शाला त्यागी बच्चों के शत प्रतिशत प्रवेश कराने, बच्चों से संवाद कर उनसे अपने अनुभव साझा कर रहे है और उन्हें निरंतर अध्ययन के लिए प्रेरित कर रहे है। वे बच्चों को टिप्स भी दे रहे है कि किस तरह से वे बेहतर पढ़ाई कर जीवन में सफलता के सोपान तय कर सकते है।

उर्जा विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे इंदौर जिले के स्कूलों में पहुंचे थे। वहां उन्होंने दसवी के विद्यार्थियों को बताया कि कैसे चंद्रयान में फिजिक्स, कैमेस्ट्री और मैथ्स का उपयोग होता है। क्लासरुम में जाकर उन्होंने बच्चों से चर्चा की। उन्होंनें विधार्थियों को समझाया कि गुरुत्वाकर्षण, वेग, गति, दबाव, बाह्य बल के उपयोग से चंद्रयान को सफल बनाया गया है। उन्होंने बच्चों को न्यूटन के नियमों का जीवन में उपयोग समझाया। उन्होंने बच्चों को बताया कि जब वे इंदौर में संभागायुक्त थे तब विद्यादान योजना प्रारंभ की गई थी उन्होंने इस योजना के तहत इसी स्कूल के बच्चों को पढ़ाया है। उन्होंने शिक्षकों को सामयिक विष्यों को गणित और विज्ञान से जोड़कर पढ़ाने को कहा इससे बच्चों को पढ़ाई में लाभ होगा और वे इसे जीवन में उतार सकेंगे।

प्रमुख सचिव ने कहा कि सरकार सीएम राइज स्कू ल तैयार कर रही है, इससे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सुविधाएं मिल सकेंगी। उन्होंने कहा कि अभिभावक बच्चों की पढ़ाई पर घर पर ध्यान दे और बच्चे भी इसका महत्व समझे कि शिक्षा के जरिए ही भविष्य में सफलता के दरवाजे खुलते है। शिक्षक भी बच्चों को ऐसी शिक्षा दे जिससे उन्हें भविष्य में भी हमेशा सम्मान मिलता रहे।

महिला एवं बाल विकास विभाग के आयुक्त आरआर भोसले भोपाल के करोंद स्थित सीएम राइज स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे थे। वहां उन्होंने बच्चों को मोटिवेट करते हुए सफलता के लिए टिप्स दिए कि किस तरह उन्हें आगे बढ़ना है, कैरियर की तैयारी किस तरह की जाए। उन्होंने बताया कि सीएम राइज के रुप में अब बच्चों को बेहतर सुविधाएं मिल रही है इनका लाभ उठाकर वे आगे बढ़े। वहां कई बच्चों ने उन्हें साइंस एक्जीविशन के प्रोजेक्ट के बारे में बताया कि कैसे आॅटोमेशन का उपयोग कर गाड़ी के इंजन, पंप काम करते है।

आयुक्त नगरीय प्रशासन भरत यादव स्कूल चले हम अभियान में रतलाम जिले के सैलाना के स्कूलों को देखने पहुंचे थे। वहां उन्होंने स्कूलों के बच्चों से संवाद किया और उन्हें बताया कि किस तरह से वे पढ़ाई करे, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बढ़ती प्रतिस्पर्धा में वे कैसे आगे निकल सकते है। उन्होंने शिक्षकों से भी बात की और उन्हें बच्चों के ज्ञानवर्धन के लिए रोचक तरीके अपनाने, नवाचार करने के लिए प्रेरित किया।

उद्योग आयुक्त पी नरहरि मुरैना के स्कूलों का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उनका कहना है कि वे जिला प्रशासन के प्रयास को जानेंगे और शिक्षा के लिए किए जा रहे नवाचारों को जानेंगे। स्कूलों में शत प्रतिशत बच्चों का प्रवेश कैसे सुनिश्चित हो सके इसको लेकर स्कूल शिक्षा विभाग और शिक्षकों को बताएंगे। स्कूल चले अभियान में शाला, बच्चों का समग्र विकास किस तरह किया जा सकता है इसे वे अपने निरीक्षण में देख रहे है।

स्वास्थ्य आयुक्त सुदाम खाड़े बैतूल के घोड़ाडोंगरी में स्कूल चले हम अभियान में निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने वहां बच्चों और शिक्षकों से संवाद किया और शिक्षकों को बताया कि बच्चों को स्कूल मे आने के लिए आकर्षित करने वे किस तरह से पढ़ाई को रोचक बना सकते है। बच्चों को उन्होंने खेल-खेल में पढ़ाई करने और इसे रुचिकर बनाकर पढ़ने के लिए कहा ताकि विषय को वे अच्छे से समझकर आगे बढ़ सके।

राज्य इलेक्ट्रानिक विकास निगम के प्रबंध संचालक अभिजीत अग्रवाल अनूपपुर पहुंचे थे। उन्होंने बच्चों को बताया कि हिंदी किसी भी तरह से आगे बढ़ने में बाधक नहीं है। पढ़ने के दौरान अच्छे से नोटस तैयार करे। उनके बनाए हुए नोटस इस समय अमेजन पर उपलब्ध है और हजारों लाखो बच्चों के लिए प्रेरक बन रहे है। जरुरी नहीं है कि छह घंटे पढ़ाई करे,आर्गेनाइज तरीके से स्मार्ट पढ़ाई की जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि छोटे स्थान पर कान्फीडेंस की कमी सामने आती है इसे दूर कर उन्हें आगे बढ़ने में मदद दिला सकते है।

ये अफसर निकले स्कूलों को देखने-
नीरज मंडलोई, अभिजीत अग्रवाल अनिरुद्ध मुकर्जी, संजय शुक्ला,दीपाली रस्तोगी, शिवशेखर शुक्ला,सचिन सिन्हा, संजीय कुमार झा,उमाकांत उमराव, करलिन खोंगवार, मनीष सिंह, सुखवीर सिंह, गुलशन बामरा, निकुंज श्रीवास्तव, मुकेश चंद्र गुप्ता,शोभित जैन, सोनाली वायंगणकर, संजय दुबे, नवनीत मोहन कोठारी, भरत यादव, पी नरहरि, ओपी श्रीवास्तव, एम सेलवेन्द्रन, संजय गोयल, जॉन किंग्स्ली एक आर, लोकेश जाटव, संजीव सिंह, धनंजय सिंह भदौरिया, सुदाम खाड़े, मदन नागरगोजे,रामराव भोसले, संजय गुप्ता, सिबी चक्रवर्ती, सुरभि गुप्ता, शिल्पा गुप्ता, गोपाल चंद्र डांड, आलोक कुमार सिंह,उर्मिला शुक्ला, अजय गुप्ता, आशीष कुमार, शैलबाला मार्टिन, राकेश श्रीवास्तव,शशिभूषण सिंह, अविनाश लवानिया, तरुण पिथोड़े,सूफिया फारुख वली, अनुराग चौधरी, तरुण राठी, कर्मवीर शर्मा, कौशलेन्द्र विक्रम सिंह

निरीक्षण में इस पर फोकस-
सीएम राइज और छात्रावास तथा उस विकासखंड के स्कूल का भ्रमण जहां नामांकन में गिरावट और शालात्यागी अधिक हो। विद्यार्थियों से भेंट कर संवाद एवं अनुभव साझा करना।स्थानीय समुदाय से चर्चा कर निरंतर अध्यापन हेतु उन्हें प्रेरित करना। निशुल्क पाठयपुस्तक एवं गणवेश वितरण की समीक्षा।