विद्यार्थियों का 65 किमी पैदल मार्च: हटाए गए प्रिंसिपल, 2 सस्पेंड, 2 को शोकाज नोटिस

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विद्यार्थियों का 65 किमी पैदल मार्च: हटाए गए प्रिंसिपल, 2 सस्पेंड, 2 को शोकाज नोटिस

बड़वानी: आदिवासी विद्यार्थियों के 65 किमी पैदल मार्च के चलते, प्रिंसिपल, पोस्टग्रेजुएट टीचर और लाइब्रेरियन पर गाज गिरी है। प्रिंसिपल को हटा दिया गया है, और दो अन्य को सस्पेंड कर दिया गया है।

मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के निवाली स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के आदिवासी विद्यार्थियों द्वारा की गई विभिन्न शिकायतों के आधार पर आज कार्रवाई हुई है। पीजीटी और लाइब्रेरियन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जबकि हॉस्टल वार्डन और एक अन्य पीजीटी को शो काज नोटिस जारी किया गया है.
बड़वानी कलेक्टर काजल जावला के अनुसार सह सचिव, मध्य प्रदेश स्पेशल एंड रेजिडेंशियल अकैडमिक सोसायटी और सहायक आयुक्त, जनजाति कार्य विभाग द्वारा निवाली विकासखंड के पुरुष खेड़ा स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के पीजीटी मनोज शुक्ला और लाइब्रेरियन जय भगवान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

इसके अलावा हॉस्टल वार्डन हिमांशु कुमार और पीजीटी (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) रवि रंजन को कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

21 जुलाई को 100 से अधिक आदिवासी विद्यार्थियों द्वारा संस्था के प्राचार्य और अन्य शिक्षकों के विरुद्ध कार्य व्यवहार के प्रति असंतोष और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराए जाने को लेकर बड़वानी कलेक्टर से मिलने पैदल मार्च किया था। इस पर प्रभारी कलेक्टर काजल जावला ने उनसे मुलाकात कर समस्याएं जानी थी। इसके साथ ही प्राचार्य मीनाक्षी भार्गव को हटाकर विकासखंड शिक्षा अधिकारी, निवाली को उसे संस्था का प्रभार सौंप दिया गया है।

जिला कलेक्टर ने मामले की रिपोर्ट मध्य प्रदेश सरकार के माध्यम से भारत सरकार के संबंधित विभाग को भेजी थी।

विद्यार्थियों ने प्रिंसिपल मीनाक्षी भार्गव ,वार्डन हिमांशु सिंह, शिक्षक मनोज शुक्ला और रवि रंजन को तत्काल हटाए जाने की मांग की थी। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता, यूनिफॉर्म और जाति सूचक शब्दों के उपयोग करने के भी आरोप लगाए थे।

उधर प्रिंसिपल मीनाक्षी भार्गव ने बताया था कि विद्यार्थी अनुशासनहीनता कर रहे हैं और मोबाइल लाने से रोकने के चलते विरोध कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक बार मोबाइल लाने पर 10 दिन के लिये स्कूल से रेस्टिकेट किया जाता है। एक विद्यार्थी द्वारा लगातार तीन बार मोबाइल लाने के चलते उसे ट्रांसफर सर्टिफिकेट जारी किए जाने के बाद से विरोध का स्वरूप उग्र हो गया । इसके बाद विद्यार्थी 65 किमी दूर बड़वानी के लिये निकल पड़े थे।