भगवान की कृपा से जन्मे 7 बच्चों को मिठाई व अनाज से तौला!
Ratlam : शहर के त्रिवेणी तट पर हो रहें महारुद्र यज्ञ की पूर्णाहुति मंगलवार को होगी। इसी दिन नि:संतान महिलाओं को खीर की प्रसादी बांटी जाएगी। पिछले साल खीर की प्रसादी ग्रहण करने पर हुए 7 बच्चों को सोमवार को परिसर में तौला गया।
बता दें कि त्रिवेणी तट पर इस बार 71वां महारूद्र यज्ञ हो रहा हैं। विगत वर्ष 70वें महारूद्र यज्ञ की पूर्णाहुति पर 150 महिलाओं को खीर बांटी गई थी। मान्यता है कि महारूद्र यज्ञ की पूर्णाहुति पर प्रसाद ग्रहण करने वाली नि:संतान महिलाओं को संतान की प्राप्ति होती हैं। जिले के बिलपांक स्थित विरुपाक्ष महादेव मंदिर पर भी महाशिवरात्रि पर 7 दिवसीय महारूद्र यज्ञ की पूर्णाहुति पर नि:संतान महिलाओं को खीर की प्रसादी वितरण की जाती हैं।
रतलाम के त्रिवेणी तट पर आयोजित महारूद्र यज्ञ के ईशान कोण में एक पात्र के अंदर खीर को लाल कपड़े में बांधकर रखा गया हैं जो पूर्णाहुति के दिन अन्य खीर में मिलाकर नि:संतान महिलाओं को प्रसाद के रूप में बांटी जाएगी।
सोमवार को 7 बच्चों को मिठाई, अनाज सहित अन्य सामग्री से तौला गया। इनमें रतलाम सहित धामनोद और अहमदाबाद के बच्चे शामिल हैं।
क्या हैं खीर प्रसाद की विधि!
चावल को दूध से अच्छी तरह धोकर उन्हें सुखा दिया जाता हैं इसके बाद चावल को घी में सेंककर दूध अच्छा उबलने के बाद उसमें चावल, पंचमेवा और केसर डालकर खीर बनाई जाती हैं और यज्ञ के पहले दिन खीर को एक पात्र में भरकर लाल कपड़े से बांधकर ईशान कोण के स्तंभ पर बांध दिया जाता हैं। इसके बाद यज्ञ की पूर्णाहुति पर उसे खोला जाता है और अन्य खीर में मिलाकर नि:संतान महिलाओं को वितरित की जाती हैं।