

श्री बद्रीनारायण सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में भव्य शोभायात्रा के साथ गुरुवार से 7 दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ!
Ratlam : श्री बद्रीनारायण सेवा ट्रस्ट रतलाम द्वारा पंडित श्री रामचन्द्र जी डोंगरे महाराज की प्रतिमा अनावरण एवं पूज्य गुरूदेव श्री उत्तम स्वामीजी महाराज के मुखारविन्द से सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन 24 अप्रैल से 30 अप्रैल तक शहर के त्रिवेणी तट स्थल पर किया जा रहा हैं। जिसके अन्तर्गत गुरुवार 24 अप्रैल को भव्य शोभायात्रा श्री गोपाल जी का बड़ा मंदिर माणक चौक से निकाली गई जो कि विभिन्न स्थानों से होती हुई त्रिवेणी स्थित कथा स्थल पर पहुंची। शोभायात्रा के प्रारम्भ में बड़ी संख्या में महिलाएं सिर पर कलश लेकर चल रह थी उसके बाद विभिन्न धार्मिक संस्थाओं के सदस्यगण सुमधुर भजनों पर नृत्य करते हुए चल रहे थे। इसके पश्चात रथ में कथा के यजमान श्रीमती हीरादेवी ओमप्रकाश सोनी पोथी के साथ चल रहें थे। बाद में देवस्वरूपानंदजी अखंड ज्ञान आश्रम एवं सुजापुरा के स्वामी शिवानंदजी बग्गी में विराजमान थे। इनके पीछे पूज्य गुरूदेव श्री उत्तम स्वामी जी में बग्गी में शोभायात्रा में साथ चल रहे थे। साथ ही परम पूज्य पंडित रामचन्द्र जी डोंगरे महाराज की प्रतिमा जिसको भक्तगण चंवर ढुलाते हुए चल रहे थे।
शोभायात्रा का विभिन्न स्थानों पर श्री गोपाल मंदिर ट्रस्ट घांस बाजार, गुजराती दर्जी समाज चौमुखीपुल, उत्तम ज्वैलर्स, जे.के. ज्वैलर्स, आदर्श व्यायाम शाला, चांदनी चौक युवा मंच, सर्राफा एसोसिएशन, हनुमान भक्त मंडल, मदन सोनी मित्र मडंल, जगदीश पहलवान मित्र मंडल, पोरवाल समाज रणछोडराय मंदिर, अखिल भारतीय रामायण मेला समिति, राजपूत समाज, गढ़कैलाश सेवा समिति, संजय चौधरी मित्र मंडल आदि द्वारा शोभायात्रा का भव्य स्वागत किया गया। शोभायात्रा के कथास्थल पर पहुंचने पर पूज्य गुरूदेव श्री उत्तम स्वामी जी का महाराज के सानिध्य में मुख्य यजमान श्रीमती हीरादेवी ओमप्रकाश सोनी द्वारा पोथी पूजन किया गया। आज कथा के प्रथम दिन पूज्य गुरूदेव ने धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए भक्तिज्ञान एवं भागवत कथा की महिमा का वर्णन किया। श्रीमद भागवत कथा का पुण्य परमात्मा की कृपा का परिणाम है। प्रेम का प्राकट्य नहीं करने का कारण पाप है उस पाप का नाश भागवत कथा है। परमात्मा का नाम आनंद है, परमात्मा का स्मरण करने वाला कभी दुखी नहीं हो सकता। दर्शनीय भाव जिसके पास है वह परमात्मा के निकट है।जिसका स्मरण करने मात्र से सभी दुखो का नाश होता है वहीं नारायण है। ईश्वर की भक्ति प्राप्त करने के लिए भागवत कथा का सौभाग्य हमें प्राप्त हुआ। नारायण की प्राप्ति का उत्तम उपाय श्रीमद् भागवत कथा है। इसका पठन पाठन ही वैकुंठ का फल है।
आपने कहा कि ज्ञान भक्ति आपके हृदय में ही है और यही भक्ति है। नारायण की प्रतिष्ठा मंदिर से पहले आपके हृदय में है और उसकी प्रतिष्ठा है तो आपकी प्रतिष्ठा है। आपने कहा कि नारायण के चरणों में तपो तो संसार का तप नहीं लगेगा। नारायण का तप जीवन में सुख प्रदान करता है और संसार का तप दुख प्रदान करता है। अंत में आरती कर एवं प्रसादी वितरण कर प्रथम दिवस की कथा का समापन किया गया।
शोभायात्रा एवं श्रीमद्भागवत कथा में श्री बद्रीनारायण सेवा ट्रस्ट अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र शर्मा, अनिल झालानी, नवनीत सोनी, समाजसेवी सत्यनारायण पालीवाल, भाजपा वरिष्ठ नेता मनोहर पोरवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, निगम अध्यक्ष श्रीमती मनीषा शर्मा, भाजपा वरिष्ठ नेता शैलेन्द्र डागा, सराफा एसोसिएशन अध्यक्ष झमक भरगट, मनोज शर्मा, हरिश सुरोलिया, जयेश सोनी, ब्रजेन्दनंदन मेहता, कोमलसिंह राठौड़, कन्हैयालाल मौर्य, झमक भरगट, चेतन शर्मा, बसंत पंड्या, राखी व्यास, आशा शर्मा, नीना निरंजनी, रत्ना पाल, हेमा निरंजनी एवं गुरूभक्त मंडल के सदस्यों सहित बड़ी संख्या में धर्मलाभ लेने वाले श्रद्धालुजन उपस्थित थे।संचालन कैलाश व्यास ने किया!