
तेंदुए के हमले से 7 वर्षीय बच्ची की मौत, 35 दिनों में तेंदुए के हमले से दूसरी मौत
बड़वानी : जिले के राजपुर सब डिवीजन के लिंबई क्षेत्र में शनिवार शाम एक तेंदुए ने 7 साल की बच्ची को मार डाला। यह उसी क्षेत्र में 35 दिनों के भीतर तेंदुए के हमले से हुई दूसरी मौत है। ग्रामीणों ने बच्ची के शव को लेकर आज सुबह 5:00 तक प्रदर्शन किया।
बड़वानी के डीएफओ आशीष बंसोड़ ने बताया कि लिंबई के किरता फलिया में शाम करीब 7 बजे एक तेंदुआ 7 साल की गीता को उसकी माँ के सामने एक खेत से घसीट ले गया। ग्रामीणों ने उसका पीछा किया तो उसने बच्ची को छोड़ दिया और भाग गया। उन्होंने बताया कि बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर लाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि बच्ची का घर जंगलों से लगा हुआ है।
उन्होंने बताया कि घटना से वन विभाग के उच्च अधिकारियों, बड़वानी जिले की कलेक्टर और एसपी को अवगत करा दिया गया है।
डीएफओ ने कहा, “मैंने वन कर्मचारियों को रात में गश्त करने के अलावा पिंजरे और ट्रैप कैमरे लगाने को कहा है।” उन्होंने कहा कि इसके अलावा तीन बचाव दलों को भी बुलाया जा रहा है। डीएफओ ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं कि ग्रामीण रात में अपने घरों से बाहर न निकलें।
राजपुर के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी देवेंद्र रोमड़े ने बताया कि तेंदुए ने गीता की गर्दन पर दोनों तरफ से हमला किया और इसके चलते उसे गंभीर चोटें आईं।
उल्लेखनीय है कि बड़वानी जिले के राजपुर क्षेत्र के इंदलपुर गाँव, जो लिंबई से लगभग 4 किलोमीटर दूर है,में 16 अगस्त को एक तेंदुए के हमले में 8 वर्षीय लड़के की भी मौत हो गई थी। 1 सितंबर को भी, इंदलपुर गाँव में एक 35 वर्षीय महिला पर तेंदुए ने हमला कर उसे घायल कर दिया था।
इन घटनाओं के बाद खंडवा और इंदौर से टीमें बुलाई गईं, लेकिन तेंदुए को न तो पकड़ा जा सका और न ही उसे बेहोश किया जा सका।
मई महीने में राजपुर अनुविभाग क्षेत्र में सियार के हमले में 40 से 70 वर्ष की आयु के छह ग्रामीणों (चार पुरुष और दो पुरुष) की मौत हो गई थी।
कल की घटना से ग्रामीणों में भय के साथ-साथ रोष भी व्याप्त है। उन्होंने वन विभाग के रेंजर को हटाने तथा तेंदुए को पकड़ने की मांग को लेकर आज सुबह तक प्रदर्शन किया। इस दौरान कलेक्टर और एसपी को भी मौके पर बुलाए जाने की मांग की गई।





