छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर: गुरूजी द्वारा स्कूल के लिये प्राप्त शासकीय राशि का दुरुपयोग करने के मामले में कोर्ट ने फैसला दिया। द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश मनीष शर्मा बिजावर की अदालत ने आरोपी गनपत सौर को 7 वर्ष की कठोर कैद के साथ 1000 रुपए के जुर्माना की सजा सुनाई।
मीडिया सेल प्रभारी ने बताया कि फरियादी सरस्वती प्रसाद तिवारी, बी.आर.सी.सी. ब्लॉक बकस्वाहा ने जिला परियोजना समन्वयक, जिला शिक्षा केन्द्र बकस्वाहा तथा ए.पी.सी.(एफ) ने मिलकर आरोपी गनपत सौर, गुरूजी प्राथमिक शाला बसंतपुरा के द्वारा शासन से प्राप्त राशि का दुरूपयोग करने के संबंध में जॉच की थी। जॉच के दौरान स्कूल से प्राप्त रिकॉर्ड एवं सांख्यिकियों के आधार पर पाया गया था कि वर्ष 2011 से 2014 के बीच प्राथमिक शाला बसंतपुरा के लिए खाते में 2,19,921/- रुपये की राशि प्राप्त हुई जिसमें से 24,300/- रूपये का आरोपी ने वैद्यानिक व्यय वाउचर प्रस्तुत किया। शेष 1,88,528/- रूपये का विवरण प्रस्तुत नहीं किया। जिसके फलस्वरूप आरोपी के विरूद्ध थाना बाजना में अपराध पंजीबद्ध किया कर सम्पूर्ण विवेचना उपरांत मामला न्यायालय में प्रस्तुत किया।
अभियोजन की ओर से अपर लोक अभियोजक/एडीपीओ अजय मिश्रा ने पैरवी करते हुए अभियोजन का पक्ष रखा। द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश मनीष शर्मा की अदालत ने आरोपी गनपत सौर को दोषी ठहराते हुये। धारा 409, 468 एवं 477 (क) भादवि में 7-7 वर्ष का कठोर कारावास के साथ एक-एक हजार रुपए के जुर्माना की सजा सुनाई है।