No Respect For Mayor : NRI सम्मेलन में महापौर को कहीं भी सम्मान नहीं मिला!

कांग्रेस MLA ने इसे शहर का अपमान बताया, मंच से लंच तक उन्हें दूर रखा गया!

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No Respect For Mayor : NRI सम्मेलन में महापौर को कहीं भी सम्मान नहीं मिला!

Indore : इंदौर के विधानसभा क्षेत्र -1 के कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन में इंदौर के महापौर को पर्याप्त तवज्जो नहीं दी गई। शहर के प्रथम नागरिक होने के नाते उन्हें मंच पर जगह नहीं दी गई और न प्रधानमंत्री के साथ भोज में उन्हें बुलाया गया।

संजय शुक्ला ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर कहा है कि आपकी उपस्थिति में इंदौर के प्रथम नागरिक महापौर के साथ जो व्यवहार किया गया वह अनुचित है। यह उस शहर का अपमान है जो देश मे लगातार 6 बार स्वच्छता का अवार्ड जीत चुका है और ये महापौर की उपलब्धि का ही हिस्सा है। विधायक ने कहा कि दु:ख इस बात का है कि प्रधानमंत्री ने भी इस स्थिति पर हस्तक्षेप कर संज्ञान नहीं लिया। कांग्रेस विधायक ने अपने पत्र में लिखा कि भारत सरकार द्वारा इंदौर में आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन की तैयारियों की सारी कमान इंदौर नगर निगम के हाथ में थी। इंदौर शहर के प्रथम नागरिक महापौर के नेतृत्व में निगम के द्वारा इस आयोजन के लिए शहर को सजा संवारकर तैयार किया। महापौर के नेतृत्व में ही इंदौर शहर इस आयोजन की मेजबानी कर रहा था। ऐसे में जब आयोजन के औपचारिक शुभारंभ के लिए आप इंदौर पहुंचे तो उस शुभारंभ समारोह के मंच पर इंदौर के प्रथम नागरिक को स्थान नहीं दिया गया।

यह महापौर के साथ इंदौर के 30 लाख नागरिकों का भी अपमान है। इसके बाद आपकी तरफ से प्रवासी भारतीयों के सम्मान में दिए गए भोज में भी इंदौर के प्रथम नागरिक को शामिल नहीं किया गया। इसके विपरीत लंदन के उपमहापौर को इस कार्यक्रम में जोरदार तवज्जो दी गई। इंदौर के महापौर को नजरअंदाज करते हुए लंदन के उपमहापौर को मंच से लेकर लंच तक हर स्थान पर प्रमुखता दी गई।

शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री मैं आपको यह याद दिलाना चाहता हूं कि शासकीय व्यवस्थाओं का जो प्रोटोकोल होता है, उसमें भी किसी भी शहर में सरकार के द्वारा किए जाने वाले किसी भी आयोजन में सबसे पहले उस शहर के प्रथम नागरिक को तवज्जो दी जाती है। इस प्रोटोकॉल का भी इस आयोजन में उल्लंघन किया गया। प्रदेश सरकार की और से महापौर को नजरअंदाज किए जाने के गुटीय कारण तो समझ में आते हैं। लेकिन, यह सब कुछ आपकी उपस्थिति में हुआ। आपके द्वारा भी इस स्थिति में कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया, यह बहुत दुख की बात है। यह इंदौर के महापौर के साथ नहीं बल्कि शहर के सभी नागरिकों के साथ किया गया अपमानजनक व्यवहार है।

सफाई कर्मियों की याद नहीं आई
विधायक संजय शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्रीजी आप हमेशा इंदौर की स्वच्छता की तारीफ करते रहे हैं। इंदौर में इस कार्यक्रम में दिए गए अपने भाषण में भी आपने इंदौर को स्वच्छता और स्वाद की राजधानी बताया। ऐसे में इस शहर में आने के बाद भी आपको इंदौर की स्वच्छता के प्रहरी सफाई कर्मियों की याद नहीं आई। इन सफाई कर्मियों से न तो आपने मिलना पसंद किया और न प्रदेश सरकार ने कुछ सफाई कर्मियों के साथ आपकी मुलाकात कराने में रुचि ली। जब आप अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में सफाई कर्मियों के साथ मिलते हैं और उसका खूब प्रचार होता है। ऐसे में बेहतर होता की प्रधानमंत्रीजी आप देश की स्वच्छता की इस राजधानी के सफाई कर्मियों से भी कम से कम 2- 5 मिनट की मुलाकात कर लेते।