24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का शंखनाद आज से,दोपहर को निकलेगी कलश यात्रा

- अभिमंत्रित सिद्ध रुद्राक्ष, गंगाजल का होगा नि:शुल्क वितरण_ 

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24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का शंखनाद आज से,दोपहर को निकलेगी कलश यात्रा

रतलाम।अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में विराट 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ व प्रज्ञा पुराण कथा, तुलसी विवाह का आयोजन की शुरूआत 12 जनवरी से हो रही है।कार्यक्रमों की शुरूआत आज दोपहर 2 बजे विराट कलश यात्रा से होगी।शाम को नारी जागरण सम्मेलन एवं नारी शक्ति सम्मान कार्यक्रम होगा।आयोजन के दौरान गायत्री मंत्र से अभिमंत्रित सिद्ध रुद्राक्ष,गंगाजल का निशुल्क वितरण राठौड़ परिवार द्वारा किया जाएगा।आयोजन स्थल पर दर्शनार्थ के लिए 108 पवित्र धार्मिक स्थल की रज (मिट्टी) एवं 108 पवित्र धार्मिक जगह की नदियों का पवित्र जल के भी दर्शन कर सकेंगे।

 

गायत्री परिवार के रतलाम नगर मुख्य ट्रस्टी पातीराम शर्मा व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रकाश प्रभू राठौड़ ने बताया गुरुवार दोपहर 2 बजे कालिका माता मंदिर से 1151 कलश की यात्रा निकाली जाएगी।सभी कलश एक ही रंग में रंगे नजर आएंगे।इन कलश पर गायत्री मंत्र लिखा गया है। 15 जनवरी तक होने वाले इस आयोजन में अखिल विश्व गायत्री परिवार के मुख्यालय शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे विद्वजनों की टोली द्वारा गायत्री यज्ञ एवं विभिन्न संस्कार सम्पन्न करवाए जाएंगे। इसके साथ ही नारी सम्मेलन एवं नारी शक्ति सम्मान,युवा सम्मेलन एवं युवा प्रतिभा सम्मान,सर्वधर्म सम्मेलन एवं धर्मगुरूओं का सम्मान तथा समाज के अग्रजो का सम्मान भी किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर गायत्री परिवार के संस्थापक वेदमूर्ति पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित 3 हजार से अधिक युगसाहित्य में से चयनित पुस्तको के नि:शुल्क वितरण के साथ-साथ अन्य पुस्तकों के प्रदर्शन एवं विक्रय के लिए पुस्तक मेले का भी आयोजन किया जाएगा।

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*आयोजन में भाग लेना पूर्णत: नि:शुल्क।* 

दो साल की साधना हुई साकार

पूज्य गुरुदेव की प्रेरणा से संगीता प्रकाश प्रभु राठौड़ द्वारा 24, 24 हजार के गायत्री मंत्र जाप के 24 महापुश्चरण 24 महीने में अभिनव साधना की गई है।पूज्य गुरूदेव एवं मां गायत्री की असीम अनुकम्पा से संपन्न हुई साधना की महापूर्णाहुति विराट 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के साथ अब साकार होने जा रही है। महायज्ञ के साथ प्रज्ञा पुराण कथा,तुलसी विवाह का आयोजन भी रतलाम शहर में राठौड़ परिवार द्वारा अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में की किया जा रहा है। संगीता प्रकाश प्रभू राठौड़ द्वारा दो साल की साधना में 24 हजार गायत्री मंत्रों का महालेखन भी किया गया। जो कि एक पुस्तक के रूप में कृष्ण भगवानी की मूर्ति के साथ शांतिकुंज हरिद्वार को भेंट की जाएगी।पूर्णाहूति के दौरान गायत्री चालीसा व 1100 तस्वीर गायत्री देव स्थापना की श्रद्धालूजनों को भेंट की जाएगी। संगीता प्रकाश प्रभु राठौड़ परिवार द्वारा गायत्री मंत्र से अभिमंत्रित 25 हजार सिद्ध रुद्राक्ष,गंगाजल, गुरुगीता,गायत्री चालीसा,श्रीमद भागवत गीता एवं पूज्य गुरुदेव रचित पुस्तक का नि:शुल्क वितरण किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर परिवार द्वारा संग्रहित 108 धार्मिक स्थलों के जल, रज (मिट्टी), विभिन्न नदियों के जल एवं अभिमंत्रित पूजित बालगोपाल के दिव्य दर्शन, अनुष्ठित एवं देवपूजित दिव्य कलश विशेष रूप से दर्शनार्थ रहेंगे।

*विशेष संस्कार नि:शुल्क संपन्न कराए जाएंगे* 

गायत्री परिवार जनमानस में सनातन संस्कार पद्धति के पुनर्जीवन के लिए निरंतर समर्पित भाव से प्रयासरत है। इसी क्रम में गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष पुंसवन संस्कार के साथ शिशुओं के लिए नामकरण, अन्नप्राशन, मुण्डन, विद्यारम्भ तथा यज्ञोपवित (जनेऊ) संस्कार तथा गुरु दीक्षा, जन्म दिवस, विवाह दिवस आदि संस्कार 13 से 15 जनवरी तक प्रतिदिन यज्ञ के समय नि:शुल्क संपन्न कराए जाएंगे।

*इन मार्गों से निकलेगी कलश यात्रा* 

कलश यात्रा गुरुवार दोपहर 2 बजे कालिका माता मंदिर प्रांगण से निकलेगी।जो कि गुलाब चक्कर से होते नगर निगम तिराहा,पैलेस रोड,डालूमोदी बाजार,गणेश देवरी,धानमंडी रानी जी का मंदिर,शहर सराय,लोकेंद्र टॉकिज से होते हुए गायत्री महायज्ञ स्थल पर पहुंचेगी।कलश यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया जाएगा।