New Delhi : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फ़रवरी को संसद में आम बजट पेश करेंगी। केंद्रीय कर्मचारियों को इस बजट से बहुत सारी आशाएं हैं। इन कर्मचारियों को उम्मीद है कि बजट के बाद उनकी फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) की मांग पर सरकार कोई बड़ा फैसला लेगी। फिटमेंट फैक्टर का केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में अहम रोल होता है।
फिटमेंट फैक्टर को लेकर केंद्रीय कर्मचारियों की मांग पूरी होती है, तो उनकी सैलरी में बंपर इजाफा (Salary Hike) होगा। जब पिछली बार फिटमेंट फैक्टर बढ़ाया गया था, तो कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 6 हज़ार रुपए से सीधे 18 हज़ार हो गई थी। इस बार अगर सरकार फिर से फिटमेंट फैक्टर में इजाफा करती है तो कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 18 हजार से बढ़कर 26 हजार हो जाएगी।
दावा किया जा रहा है कि सरकार बजट के बाद फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने की मांग पर फैसला ले सकती है। इससे पहले ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि वर्ष 2022 के अंत तक सरकार इस पर कोई फैसला ले सकती है, पर ऐसा हुआ नहीं! अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
बजट में बड़ी घोषणा की उम्मीद
2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी सरकार 2.0 का आखिरी पूर्ण बजट होगा। चुनाव से पहले सरकार इस बजट में कई बड़ी और खास घोषणाएं कर सकती है। साथ ही लंबे समय से केंद्रीय कर्मचारियों की ओर से की जा रही मांग पर भी बड़ा ऐलान हो सकता है। यदि बजट के बाद फिटमेंट फैक्टर रिवाइज होता है तो ये केंद्रीय कर्मचारियों के लिए इस साल के शुरुआत में ही बड़ा तोहफा होगा। कर्मचारियों की सैलरी में बंपर बढ़ोतरी होगी।
फिटमेंट फैक्टर कितना बढ़ाने की मांग हो रही है?
वेतन में इजाफा को लेकर फिटमेंट फैक्टर का क्या रोल है, ये समझाते हैं। जानकारी के अनुसार फिलहाल वर्ष यह 2016 से 2.57 गुना दिया जा रहा है, जिसे केंद्रीय कर्मचारी 3.8 गुना करने की मांग कर रहे हैं। सरकार अगर कर्मचारियों की मांग पर मंजूरी देती है तो उन्हें बड़ा फायदा मिलेगा।