Digvijay’s Allegations : दिग्विजय के आरोप ‘सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत नहीं दिए!’
Jammu : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने 2016 में हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाया। उन्होंने जम्मू में कहा कि सरकार ने अब तक सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत नहीं दिए। केंद्र सरकार सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बात करती है कि हमने इतने लोग मार गिराए हैं, लेकिन अभी तक कोई सबूत सामने नहीं आया।
दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक के अलावा 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर भी प्रधानमंत्री को घेरा। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि पुलवामा हमले के वक्त CRPF अफसरों ने कहा था कि जवानों को एयरक्राफ्ट से मूवमेंट कराया जाए, पर प्रधानमंत्री नहीं माने। 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हुए थे। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
जम्मू-कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिग्विजिय सिंह ने कहा कि केंद्र ने संसद में अब तक पुलवामा हमले और सर्जिकल स्ट्राइक की रिपोर्ट नहीं दी है। भाजपा की सरकार केवल झूठ फैला रही है। हमारे 40 जवान पुलवामा में शहीद हो गए। CRPF के डायरेक्टर ने मांग की थी कि यह संवेदनशील जोन है। जवानों को हवाई जहाज से श्रीनगर भेजा जाए, लेकिन मोदी जी ने मना कर दिया। सरकार ने जानकर ऐसा किया। वहां हर गाड़ी की चेकिंग होती है तो फिर स्कॉर्पियो गाड़ी की जांच क्यों नहीं हुई, जिसके टकराने से ब्लास्ट हुआ।
कांग्रेस नेता ने कहा कि धारा 370 हटने से फायदा किसको हुआ? कहते थे आतंकवाद खत्म हो जाएगा, हिंदुओं का बोलबाला हो जाएगा। लेकिन, जब से धारा 370 हटी है, आतंकवाद बढ़ा है। रोज कुछ न कुछ हो रहा है। पहले ये आतंकवाद घाटी तक सीमित था, लेकिन अब राजौरी, डोडा तक पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि हुकूमत यहां की समस्या का निदान नहीं करना चाहती है। हुकूमत यहां का फैसला नहीं करवाना चाहती। ये समस्या कायम रखना चाहती है, ताकि कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्में बनती रहें और हिंदू-मुसलमानों में नफरत फैलती रहे। कभी आपने देखा कोई प्रधानमंत्री किसी फिल्म का प्रचार करने गया हो।
भाजपा ने विरोध किया
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा गैरजिम्मेदाराना बयान देना कांग्रेस पार्टी का चरित्र है। हमारे सुरक्षा बलों के खिलाफ बोलने वाले किसी को भी देश बर्दाश्त नहीं करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नफरत के कारण राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह में अब देशभक्ति नहीं बची है। जब भी हमारी वीर सेना अपना पराक्रम दिखाती है तो सबसे अधिक दर्द उस देश को होता है जिसको सबक सिखाया जाता है, जो विश्व में अपनी आतंकी गतिविधियों को लेकर जाना जाता है। लेकिन यह दुखद है कि दर्द भारत की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को होता है।