नई दिल्ली: भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1991 बैच के हरियाणा कैडर के वरिष्ठ IAS अधिकारी- अपर मुख्य सचिव अशोक खेमका ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को एक पत्र लिख भ्रष्टाचार को जड़ मूल से समाप्त करने के लिए अपनी पोस्टिंग विजीलेंस डिपार्टमेंट में करने की मांग की है।
मुख्यमंत्री को लिखे एक पत्र में खेमका ने कहा है कि उन्होंने अपना पूरा सेवाकाल भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए समर्पित कर दिया है।
सेवाकाल के आखिरी पड़ाव पर वे विजिलेंस डिपार्टमेंट में पदस्थापना चाहते हैं ताकि भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त कर सके।
उन्होंने अपने पत्र में मुख्यमंत्री से कहा है कि उन्हें अगर यह अवसर दिया जाता है तो वह आश्वस्त करते हैं कि वे वास्तविक रुप से करप्शन के खिलाफ युद्ध लड़ेंगे और इसमें कोई भी कितना बड़ा व्यक्ति क्यों ना हो उसे छोड़ा नहीं जाएगा।
बता दें कि ACS खेमका की 31 वर्ष के सेवाकाल में 56 बार तबादले हो चुके हैं। खेमका को हाल ही में अपर मुख्य सचिव साइंस और टेक्नोलॉजी विभाग से हटा कर एक बहुत ही छोटे से विभाग आर्काइव में तबादला कर दिया गया है।
उन्होंने लिखा है कि इस विभाग में कुछ विशेष काम नहीं है और ऐसे कई अधिकारी हैं जिन्हें कई विभागों का काम देकर ओवरलोड कर रखा है।
बता दें कि खेमका वर्ष 2012 में उस समय राष्ट्रीय स्तर पर लाइमलाइट में आए थे जब उन्होंने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के गुरुग्राम में जमीन सौदे से जुड़े म्यूटेशन को निरस्त कर दिया था।