घर पर बनाई भारत जैसी पिच

बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया की स्पेशल तैयारी शुरू

405

सिडनी. भारत और ऑस्ट्रेलिया के चार मैचों की टी20 सीरीज का पहला मैच नौ फरवरी से नागपुर में खेला जाएगा। WTC के फाइनल के नजरिए से यह सीरीज दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण है। ऑस्ट्रेलियाई टीम इस सीरीज के लिए जमकर मेहनत कर रही है। विदेशी टीमों के लिए भारत की स्पिन वाली पिचों पर खेल पाना बेहद मुश्किल काम हो जाता है। ऐसे में कंगारू टीम ने इस सीरीज के लिए सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में स्पेशल तैयारी कर रही है। ऑस्ट्रेलिया को उम्मीद है कि घर में विशेष रूप से तैयार की गई पिचें उन्हें भारत में होने वाले टेस्ट सीरीज जीतने में मदद करेगी, जो उन्होंने 2004 के बाद से नहीं जीता है।

ऑस्ट्रेलियाई टीम की स्पेशल तैयारी

भारत दौरे के दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए कोई वार्म-अप मैच नहीं होगा, इसलिए सीरीज शुरू होने से पहले उनके लय में आने के लिए समान परिस्थितियों को तैयार करने की योजना पर विचार किया है। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए एक प्री-सीरीज शिविर की व्यवस्था की गई है, टीम के हेड कोच मैकडॉनल्ड्स ने इन पिचों पर उन खिलाड़ियों को दो दिनों की ट्रेनिंग दी जो बीबीएल में शामिल नहीं हो रहे हैं, ताकि ये खिलाड़ी भारतीय माहौल के अनुकूल खुद को ढाल सके।

मुख्य उत्तरी सिडनी ओवल से सटे बॉन एंड्रयूज ओवल पर एक पिच को भारतीय पिचों की तरह बनाया गया। इन पिचों पर दरार थी और यह पूरी तरह से ड्राई होने के साथ-साथ स्पिन के लिए बनाई गई पिचों की तरह थी। इन पिचों पर एसजी गेंदों का इस्तेमाल किया गया। क्योंकि भारत ने इसी गेंद से टेस्ट मैच खेले जाते हैं। हालांकि टेस्ट मैच शुरू होने से पहले भारतीय पिचों का आंकलन लगा पाना बेहद मुश्किल है, लेकिन कंगारू टीम बनाई गई नई पिचों पर जमकर मेहनत कर रही है।

अगले सप्ताह भारत आएगी टीम

पैट कमिंस की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम अगले सप्ताह डाउन अंडर से बेंगलुरु तक अपनी यात्रा करेंगे। भारत के ऑरेंज सिटी के लिए उड़ानें पकड़ने से पहले टीम पांच दिनों के लिए आईटी सिटी हब में रहेगी। रिपोर्टों के अनुसार, अभ्यास सत्र के लिए नागपुर में अभ्यास पिचों का स्पर्श टेस्ट पिच के समान होगा, जिससे मेहमान टीम को परिस्थितियों के अनुकूल होने में मदद मिलेगी। हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई कोच स्टाफ का मानना ​​है कि वे घर पर जिन स्थितियों को नियंत्रित कर सकते हैं, वे उतनी ही महत्वपूर्ण हैं।