क्या अडानी ग्रुप के अच्छे दिन फिर वापस आएंगे, ज्योतिष के दर्पण में

प्रख्यात ज्योतिषाचार्य पंडित अशोक शर्मा से इक्विटी ब्रोकरेज फर्म अरिहंत केपिटल मार्केट के बिजनेस एसोसिएट व निवेश सलाहकार चंद्रकांत अग्रवाल की एक्सक्लूसिव बातचीत

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क्या अडानी ग्रुप के अच्छे दिन फिर वापस आएंगे, ज्योतिष के दर्पण में

24 जनवरी 2023 को अमेरिकी शार्ट सेलिंग कंपनी हिडनबर्ग की एक रिपोर्ट आते ही अडानी समूह एवं भारतीय आर्थिक जगत खासकर शेयर मार्केट में,खासकर बैंकिंग सेक्टर में एक तूफान सा आ गया। इससे अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट या गई। करीब 27 हजार करोड़ का निवेश करने वाले बड़े निवेशक एल आई सी और करीब 21 हजार करोड़ का लोन देने वाले स्टेट बैंक भी लाइन लाइट में आ गए। लाखों निवेशकों के निवेश में 50 से 70 प्रतिशत तक की गिरावट आ गई। तभी से ज्योतिष जगत में भी कई भविष्य‌वाणियां अडानी ग्रुप के ऊपर आने लगी। तो मुझे एक निवेश सलाहकार व देश की एक प्रमुख ब्रोकरेज कंपनी के बिजनेस एसोसिएट होने के नाते लगा कि मुझे भी अब स्वयं इस संबंध में एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण रखने वाले,शास्त्रोक्त ज्योतिष ज्ञान के विशेषज्ञ से चर्चा करनी चाहिए।

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तब मैंने जिले ही नहीं प्रदेश के प्रख्यात ज्योतिषाचार्य पंडित अशोक शर्मा से इस संबंध में जानना चाहा क्योंकि मुझे ज्ञात हुआ था कि गौतम अडानी की जन्म पत्रिका भी उनके पास उपलब्ध है। क्योंकि इक्विटी मार्केट में ब्रोकर समुदाय व निवेशकों का एक बड़ा वर्ग जिस तरह टेक्निकल विश्लेषण पर भरोसा करता है,ज्योतिष फलित पर विश्वास करने वालों की भी कमी नहीं है। पर उनसे जो एक्सक्लूसिव बात हुई उसके पूर्व मैं आपको गौतम अडानी के अब तक के बिजनेस सफर के संबंध में कुछ बताना चाहूंगा। गौतम अडानी एक भारतीय उद्यमी और स्वयं निर्मित अरबपति है जो अडानी समूह के अध्यक्ष हैं।

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अडानी समूह कोयला व्यापार, कोयला खनन, तेल एवं गैस खोज, बंदरगाहों, मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक, बिजली उत्पादन एवं पारेषण और गैस वितरण में फैले कारोबार को सम्भालने वाला विश्व स्तर का एकीकृत बुनियादी ढ़ाँचा है। 33 वर्षों के व्यापार अनुभव के साथ, गौतम अदाणी प्रथम पीढ़ी के उद्यमी हैं, जिन्होंने अपेक्षाकृत कम समय में $ 200 अरब का पेशेवर कारोबारी साम्राज्य बना दिया। वे अदानी समूह का नेतृत्व करने वाले एक मामूली पृष्ठभूमि के व्यक्ति हैं। उन्हें व्यापार-परिवहन एवं परिवहन सम्बंधी बुनियादी ढांचे के विकास के लिए विश्व भर के 100 सबसे प्रभावशाली व्यवसायियों में गिना जाता है। 12 अप्रैल 2022 को गौतम अडानी दुनिया के छठे सबसे अमीर शख्स बन गए थे | अडानी समूह के शेयरों में जबरदस्त तेजी की वजह से उनकी संपत्ति में ये उछाल देखने को मिला था। 2022 में अपने जन्मदिन और पिता की 100वीं पुण्यतिथि पर अडानी ने अपनी संपत्ति में से 7.7 अरब डॉलर (करीब 60 हजार करोड़ रुपये) सामाजिक कार्यों के लिए दान करने का संकल्प लिया था। गौतम अडानी को सिर्फ 16 साल की उम्र में कारोबार में हाथ आजमाने के लिए मुंबई जाना पड़ा। साल 1978 में वह मुंबई गए और हीरे का कारोबार शुरू किया | लेकिन 1981 में वह गुजरात लौट गए और अपने भाई की प्लास्टिक की फैक्ट्री में काम शुरू किया | साल 1988 में उन्होंने कमोडिटी का एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट करने वाली कंपनी के रूप में अडानी एंटरप्राइजेज की शुरुआत की। साल 1991 में हुए आर्थिक सुधारों की बदौलत अडानी का बिजनेस जल्द ही डायवर्सिफाई हुआ और वह एक मल्टीनेशनल बिजनेसमैन बन गए | साल 1995 का साल गौतम अडानी के लिए बेहद सफल साबित हुआ, जब उनकी कंपनी को मुंद्रा पोर्ट के संचालन का कॉन्ट्रैक्ट मिला | 1996 में अडानी पावर लिमिटेड अस्तित्व में आई | उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और इंडोने​शिया में माइंस, पोर्ट और रेलवे जैसे कारोबार में कदम रखा. साल 2010 में उन्होंने इंडोनेशिया में माइनिंग कारोबार शुरू किया. साल 2011 में अडानी ग्रुप ने ऑस्ट्रेलिया के अबॉट पॉइंट कोल टर्मिनल को 2.72 अरब डॉलर में खरीदा | स्पष्ट है कि तब तक न तो नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने थे, न ही केंद्र में भाजपा की कोई ताकतवर सरकार ही बनी थी। आज अडानी ग्रुप का कारोबार एनर्जी, पोर्ट, लॉजिस्टिक्स, माइनिंग, गैस, डिफेंस एवं एयरोस्पेस और एयरपोर्ट जैसे विविध क्षेत्रों तक फैला है।अडानी समूह की शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों में शामिल हैं-अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अडानी पावर, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी टोटल गैस लिमिटेड और अडानी विल्मर | 27 अप्रैल 2022 को गौतम अडानी दुनिया के चौथे सबसे अमीर शख्स बन गए थे | उनकी संपत्ति माइक्रोसाफ्ट के बिल गेट्स के बराबर हो गई थी। अब हम चर्चा करेंगे ज्योतिषाचार्य पंडित अशोक शर्मा से हुई मेरी एक्सक्लूसिव बातचीत की। तो मेरी जिज्ञासा पर उनका पहला कथन ही बहुत कड़वा सत्य था कि ज्योतिषी वर्ग भी ज्योतिष का और मुंह देखी बात ज्यादा करता है। वे बोले कि मैंने भी अडानी की पत्रिका का अवलोकन किया, देखा है। 24 जून 1962 को सुबह 5.15 बजे पर अहमदाबाद में अडानी का जन्म हुआ। वृषभ लग्न और कुंभ राशि है उनकी। वर्तमान काल में 19 दिसंबर 2014 से 29 दिसंबर 2034 तक शुक्र ग्रह की महादशा है। अभी शुक्र में राहू का अंतर 8 फरवरी 2022 से 8 फरवरी 2025 तक है। राहू शुक्र की युति तृतीय भाव में हैं, लग्न और राशि से राहु मित्र ग्रह है लेकिन स्थान स्थिति से खराब बैठा है। राहु की आय और व्यापार भाव पर दृष्टि के कारण राहू के इस पीरियड में अप- डाऊन बने रहेंगे। इसी राहु ने 2022 में अडानी को विश्व में तीसरे नंबर पर ला दिया था। तथा इसी राहु के गोचर की वजह से यह डाउन फॉल आया है। इस पत्रिका में शनि बहुत महत्वपूर्ण ग्रह है। शनि के राशि परिवर्तन करते ही अडानी समूह भारी दबाव मे आया है, लेकिन यही शनि और यही राहु गौतम अदाणी को पुनः ऊँचाइयां भी प्रदान करेंगे। अब मेरा उनसे सवाल था कि यह डाउन फॉल कब तक चलेगा व निवेशक क्या करें। जवाब में पंडित शर्मा बोले कि अभी 30 जनवरी से 6 मार्च तक शनि अस्त है और अंशात्मक रूप से कमजोर भी है। साथ ही गोचर फल में केतू की कर्म भाव एवं धन भाव पर नीच एवं शत्रु दृष्टि है। पर निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है। शनि के उदय होते ही एवं राहु-केतू के 10 डिग्री से कम होने पर पुन: अडानी समूह के शेयर, शेयर बाजार में मजबूत स्थिति प्राप्त कर लेंगे। लग्नेश की दशा भले ही अंतरदशाओं में अच्छा फल न दे, लेकिन सन 2034 तक अप-डाउन के बीच ये समूह प्रगति करता रहेगा। गौतम अडानी की कुंडली में दशम भाव पर गज केसरी योग पड़ा हुआ है। साथ ही भाग्येश शनि,भाग्य भाव में बैठा है। धनेश और पंचमेरा बुध लग्न पर बैठा हुआ है। लग्नेश पराक्रम भाव में बैठा है। अतः ये सब ग्रह स्थिति अडानी को एक धनवान व्यक्ति होने के स्पष्ट संकेत देते हैं।