बच्चों में पढ़ने की आदत विकसित करने सभी प्राइमरी, मिडिल स्कूलों में खुलेगी लाइब्रेरी
भोपाल: प्रदेश के सभी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चचों में पढ़ने की आदत विकसित करने के लिए इन सभी स्कूलों में पुस्तकालय खोले जाएंगे और मौजूदा पुस्तकालयों का विकास किया जाएगा।
स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा केन्द्रों के जिला परियोजना समन्वयकों को इस संबंध में निर्देश जारी किए है। सभी को कहा गया है कि भारत सरकार की स्वीकृति के अनुसार प्रत्येक माध्यमिक और प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को पढ़ने की आदत विकसित करने के लिए पुस्तकालयों का विकास किया जाना है। पुस्तकालयों की पुस्तकें भारत सरकार की शासकीय संस्थाओं से राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारतीय भाषा संस्थान के द्वारा विकासखंड मुख्यालय पर विकास खंड स्रोत समन्वयक कार्यालय में उपलब्ध कराई जाएगी। संबंधित संस्थाओं को पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए सभी जिलों से विकासखंड स्रोत केन्द्र कार्यालय का पता, विकासखंड की प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं की संख्या , जिला परियोजना समन्वयक व सहायक परियोजना समन्वयक अकादमिक का नाम व मोबाइल नंबर, विकासखंड स्रोत समन्वयक व विकासखंड अकादमिक समन्वयक पुस्तक प्रभारी के नाम और मोबाइल नंबर जिला शिक्षा केन्द्र कार्यालय के ई मेल राज्य शिक्षा केन्द्र को तत्काल भिजवाएं जाएं।
जहाां कक्षा एक से पांच तक कक्षा संचालित है वहां पर एक प्राथमिक शाला मानी जाएगी। जहां पर कक्षा छह से आठ संचालित है वहां पर एक माध्यमिक शाला मानी जाएगी। जहां पर कक्षा एक से आठ तक संचालित है वहां पर एक प्राथमिक एवं एक माध्यमिक शाला मानी जाएगी। ऐसी शाला जहां पर कक्षा एक से कक्षा दस तक संचालित है वहां पर भी एक प्राथमिक और एक माध्यमिक शाला मानी जाएगी। ऐसी शाला जहां पर कक्षा छह से कक्षा बारह तक संचालित है वहां पर एक माध्यमिक शाला मानी जाएगी। इन शालाओं के हिसाब से सभी प्राथमिक और माध्यमिक शालाहओं में पुस्तकालय होंगे। इनमें सभी तरह की पुस्तकें होंगी जो बच्चों को नि:शुल्क पढ़ने को मिलेगी। इससे बच्चों में पढ़ने की आदत विकसित होगी।