Congress PC : भाजपा की विकास नहीं निकास यात्रा, जिसे जनता ने ‘फजीहत यात्रा’ बना दिया!

जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा 'कमलनाथ से जवाब मांगने वालों से जनता जवाब मांग रही!

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Congress PC : भाजपा की विकास नहीं निकास यात्रा, जिसे जनता ने ‘फजीहत यात्रा’ बना दिया!

धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट

Dhar : भाजपा की तथाकथित विकास यात्रा को मप्र की जनता ने निकास यात्रा बना दिया है। मप्र के इतिहास में इससे ज्यादा असफल यात्रा और कोई नहीं रही है। कोई जिला ऐसा नहीं रहा है, जहां भाजपा की विकास यात्रा का जनता ने विरोध नहीं किया है। कहीं यात्रा को काले झंडे दिखाए गए, कहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने ही भ्रष्टाचार की शिकायत की है। कहीं पर अश्लील डांस करके भीड़ जुटाने की कोशिश की गई। जगह-जगह जनता शिकायत कर रही है, बिजली नहीं है, पानी नहीं है, आवास का पैसा नहीं आया है।

इस तरह के आरोप कांग्रेस जिला अध्यक्ष कमल किशोर पाटीदार ने बस स्टैंड स्थित कांग्रेस कार्यालय पर ली गई प्रेस वार्ता में सरकार की विकास यात्रा और कार्यों पर लगाए गए है। साथ ही कई सारे सवाल भी सरकार से पूछे गए है। प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेता मुजीब कुरैशी, प्रदेश कांग्रेस सचिव कुलदीप बुंदेला, शहर कांग्रेस अध्यक्ष टोनी छाबड़ा और हितेश ठाकुर आदि नेता मौजूद थे।

सरकार से पूछे गए ये सवाल

18 साल की भाजपा सरकार जनता को हिसाब क्यों नहीं दे रहे है? हिसाब तब देते जब कोई कार्य बताने लायक होता। विकास यात्रा को जनता ने भाजपा की निकास यात्रा बना दिया है।सीएम शिवराज रोज प्रश्‍न पूछने की नौटंकी कर रहे है। सरकार को जवाब देना चाहिए पर विपक्ष से सवाल कर जनता के साथ मजाक कर रहे है?

2018 में जनता का वोट 5 साल के लिए था, सरकार भाजपा ने गिराई, कांग्रेस के शेष वचन पूरे करने की जिम्मेदारी भाजपा की है। यदि कोई वचन छुट गया है तो इन्‍होंने 3 साल में भाजपा ने पूरा क्यों नहीं किया है? किसान कर्ज माफी क्यों बंद की? सामाजिक सुरक्षा पेंशन 1 हजार रुपए क्यों नहीं की गई? गौशाला निर्माण क्यों बंद किया गया? 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली क्यों बंद की?भाजपा को 18 साल का हिसाब देना चाहिए और सरकार गिराने के बाद कांग्रेस के वचन पूरे क्यों नहीं किए गए, इसका भी जवाब देना चाहिए।

कांग्रेस ने गिनाए सरकार के घोटाले

प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस ने प्रदेश सरकार के कार्यकाल में हुए घोटाले भी गिनाए। इनमें 150 से अधिक घोटालों का जिक्र किया गया। इनमें आयुष्‍मान घोटाला, पोषण आहार घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला, व्यापम घोटाला, महाकाल लोक घोटाला, बिजली घोटाला, मनरेगा घोटाला, कारम डेम घोटाला, नल जल योजना घोटाला, स्‍मार्ट सिटी घोटाले जैसे घोटाले गिनाए गए।