Chhatarpur : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज दोपहर खजुराहो पहुंचे। यहाँ से वे राजनगर के गांव धमना गए। वहां उन्होंने कुम्हार समाज के लोगों से चर्चा करके उनकी समस्याओं को जाना।
दीपावली के पूर्व कुम्हार परिवार से मुख्यमंत्री की चर्चा इसलिए महत्वपूर्ण है कि इस त्यौहार पर उनके कला-कौशल को ख़ास तवज्जो मिलती है।
मुख्यमंत्री यहाँ उनके बनाए मिट्टी के दीयों और दीपावली के अवसर पर बनाए गए खिलौनों का अवलोकन किया।
धमना गांव के नोनेलाल प्रजापति के घर ही मुख्यमंत्री ने दोपहर का भोजन किया। यह प्रजापति परिवार मिट्टी के दीये एवं खिलौने का व्यवसाय करता हैं।
धमना गांव में मौजूद रोशनी स्व सहायता समूह के लोगों से भी मुख्यमंत्री ने चर्चा की। रोशनी स्व सहायता समूह टेराकोटा का कार्य करता है। मिट्टी के बर्तन, खिलौने, दीये और टेराकोटा का सामान इलाहाबाद, भोपाल, दिल्ली, गोआ, चंडीगढ़ और गुजरात के कई शहरों में बेचा जाता है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों दतिया, रीवा, भोपाल और धार के जिला कलेक्टरों ने मिट्टी के दिये बनाने वाले कुम्हार परिवारों को सभी तरह के टैक्स और शुल्क से मुक्त करने के आदेश जारी किए हैं। अभी तक ग्राम, नगर पंचायत और नगर पालिकाएं शुल्क वसूल करती थीं। इस आदेश के बाद मिट्टी के दीये बनाकर बेचने वालों को सभी तरह के शुल्क से छूट दी गई है।