Suicide Of A Young Businessman: आखिर सुसाइड नोट में क्या लिखा है?
ऐसा क्या लिख गए सुसाइड नोट में श्याम,पुलिस कार्यवाही में शिथिलता क्यों बरत रही हैं।यह सवाल बड़ावदा के गली मोहल्लों और चौराहों पर आमजनों के मुंह से दबी जुबान में सुनने को मिल रहें हैं।
Ratlam: रतलाम जिले के बड़ावदा नगर में बुधवार को प्रतिष्ठित व्यवसायी समाजसेवी रमेशचंद्र अजमेरा के युवा पुत्र श्याम ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।एक संभ्रांत वर्ग के युवक द्वारा असमय अपने प्राणों को क्यों मौत के हवाले कर दिया।श्याम ने तो अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली,पर पीछे वह कई अनसुलझे सवाल खड़े कर गया जिसको लेकर नगर के गली मोहल्लों और चौराहों पर आमजनों में चर्चा है।श्याम ने आत्महत्या करने से पहले 10 पेज का सुसाइट नोट छोड़ा था जिसे पुलिस ने जांच में लिया है।ऐसा क्या हुआ जो श्याम को 10 पेज का सुसाइट नोट लिखकर मरना पड़ा ? वह क्यों मरा ? आर्थिक स्थिति में संभ्रांत वर्ग के युवक ने क्यों यह कदम उठाया ?
यह सब सुलगते सवाल हैं,नगर के उन लोगों के जिनका श्याम करीबी दोस्त,रिश्तेदार,बेटा या पति था श्याम की मौत ने ऐसे कई अनसुलझे सवाल खड़े कर दिए हैं।जिनका सुलझना नगर के बासिंदो के लिए एक प्रश्न चिन्ह हैं।मन को व्यथित कर देने वाली इस घटना से नगर में सन्नाटा पसरा हुआ हैं और शोक व्याप्त हो गया हैं।हर कोई श्याम की मौत से आहत हैं और अभी भी हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल उठ रहा हैं आखिर उसने ऐसा क्यों किया ?
मरने से पहले श्याम ने जो सुसाइट नोट छोड़ा,उसका खुलासा होने पर ही मामले पर पड़ी सन्नाटे और खामोशी की परतें हट सकती हैं।कुछ लोगों का कहना है कि श्याम कमोडिटी (एमसीएक्स) के वायदे करता था।और यदि वह एमसीएक्स करता था तो जरूर उसकी मौत का कारण लेन देन सामने आ सकता हैं,यह सब राज खुलेंगे श्याम के मोबाइल की कॉल डिटेल से।जिसमें कमोडिटी व्यापार व अन्य व्यापारिक लेन-देन की जानकारी जिन लोगों से उनका व्यापार था उनके नाम भी लिखे हुए हैं।आत्महत्या का कारण भी उल्लेखित होना बताया जा रहा है।हालांकि अभी पुलिस ने किसी तरह से किसी का कोई नाम उजागर नहीं किया हैं।पुलिस इस घटना से जुड़े हर पहलुओं की सूक्ष्मता से जांच कर रही हैं।वहीं मृतक के परिजन इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग करते दिखाई दे रहे हैं।
पुलिस को जप्त हुई डायरी ने लोगों के माथे पर सिलवटें खड़ी कर दी
मृतक के पास से 10 पेज की जो नोटबुक मिली हैं उसकी जानकारी जब नगर के रहवासियों को मिली तो कई तरह की चर्चाएं चल रही है।इस डायरी में किन लोगों से लेनदेन हैं और हिसाब हैं,नाम हैं यह सब पुलिस की जांच में शामिल हैं।सूत्र बताते हैं कि अब उन लोगों के माथे पर पसीना चुहचुहाने लगा हैं जो उससे लेनदेन करते होंगे ऐसे लोगों के मन में दहशत है कि कहीं उनका नाम इस डायरी में ना आ जाए ? चूंकि लेनदेन कमोडिटी व्यापार से संबंधित भी है तो यहां कई तरह के सवाल सामने खड़े होते दिख रहे हैं।इस घटना के बाद नगर के कई लोगों के मुंह पर तरह-तरह की चर्चा है उनका कहना है कि कई संभ्रांत परिवार के सदस्य भी इस तरह के लेनदेन में उलझे हुए हैं। ऐसे परिवारों में भी दशहत हैं। भविष्य में इस तरह के कोई हादसे ना हो इसलिए लोग सजगता बरतने लगे हैं।बताया जा रहा है कि एसपी अभिषेक तिवारी ने भी अपने स्तर पर जानकारियां लेना शुरू कर दी हैं।
बड़े लेनदेन की वजह बन सकती हैं मौत का कारण
श्याम ने जिस तरह का कदम उठाया उसके बाद यह बात सामने आती है कि क्या लेनदेन इतनी बड़ी होगी कि उसे इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा?बताया जाता है कि यदि मामला कम का होता तो उन्हें ऐसा कदम नहीं उठाना पड़ता लेकिन लगता है वह किसी बड़ी उलझन में फंस गया और लेनदार ने उन पर कोई तगड़ा दबाव बना दिया होगा। जिसके चलते मृतक को कदम उठाना पड़ा।पुलिस की जांच के बाद ही वस्तुस्थिति सामने आएगी।फिलहाल तो मृतक का परिवार सदमे में है।वैसे परिवार में कलह जैसी कोई बात भी सामने नहीं आई।मृतक श्याम के 11 माह का एक बेटा देवांश हैं और पत्नी गर्भवती हैं।सबसे बड़ी बात यह हैं कि मंगलवार को दोनों पति पत्नी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर चेकअप कराने भी गए थे। वैसे आपको बता दें कि बड़ावदा नगर ऐसे मामलों में हमेशा सुर्खियों में रहा हैं। दो वर्ष पहले हुई इश्क मोहब्बत में दो परिवारों पर का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा है और इस नई घटना से नगर में चर्चाओं का दौर चल पड़ा है।चर्चाओं में यह भी बात सामने आ रही हैं कि कई रसूखदार अपने नाम को इस कांड से जुड़ने के डर से अच्छे खासे डरे हुएं हैं।
वैसे इस नगर में जुआ सट्टा लंबे समय से चल रहा हैं और युवा पीढ़ी बर्बादी की कगार पर खड़ी हैं।पिछले दो वर्षों पहले की हम बात करें तो नगर में ऐसा इश्क का खेला चला था, जिसमें दो परिवार को हिलाकर रख दिया था।जिसकी लगी आग आज भी ठंडी नहीं हुई हैं।
क्या कहते हैं थाना प्रभारी
मृतक श्याम का मोबाइल जांच के लिए जप्ती में लिया गया हैं।मोबाइल पर अंकित किया गया पासवर्ड परिवार में या किसी यार दोस्त को पता नहीं होने के कारण खुल नहीं सका हैं।मोबाइल का पासवर्ड खुलने के बाद कॉल डिटेल चेक की जाएगी और उसमें कोई श्याम की मौत का कारण सामने आया तो दोषी पर कार्रवाई होगी।
मनोज सिंह जादौन
थाना प्रभारी बड़ावदा